Bihar News: मुंगेर में पहली बार पकड़े गए पेन पिस्टल, कीमत जानकर हो जाएंगे हैरान; अब इस मामले में NIA की हो सकती है एंट्री
बिहार के मुंगेर जिले में लंबे समय अवैध हथियार बनाने का काम चल रहा है। हाल ही में पुलिस ने पेन पिस्टल के साथ तस्करों को गिरफ्तार किया था। अब इस मामले में एनआइए की भी एंट्री हो सकती है। वहींपकड़ा गया आरोपित बता रहा है कि उसे दो वर्ष पूर्व किसी ने ये पिस्टल दिए थे। उसका यह कबूलनामा पुलिस को बरगलाने का षड्यंत्र भी हो सकता है।
रजनीश, मुंगेर। मुंगेर में लंबे समय से हथियार बनाए जा रहे हैं और अवैध हथियारों का निर्माण भी यहां खूब होता है। सोमवार को पुलिस ने मुंगेर में पहली बार सात पेन पिस्टलों और 14 कारतूसों के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया।
इनमें दो पश्चिम बंगाल के गोपालनगर के क्षमता मिठूपाड़ा निवासी अरमान मंडल और विलाल मंडल के अलावा मुंगेर जिले का जमशेर भी है। 25 से 30 हजार रुपये में इन पिस्टलों को जमशेर ने बंगाल के दोनों तस्करों को बेची थी।
पुलिस इसलिए ज्यादा सक्रिय है कि अगर मुंगेर में इनका निर्माण शुरू हो गया है तो इन पिस्टलों की व्यापक पैमाने पर डिलीवरी की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। आतंकी और हाई प्रोफाइल अपराधी इन पिस्टलों से आसानी से प्रशासनिक सुरक्षा तंत्र को भेदकर घुस सकते हैं।
पकड़ा गया आरोपित बता रहा है कि उसे दो वर्ष पूर्व किसी ने ये पिस्टल दिए थे। उसका यह कबूलनामा पुलिस को बरगलाने का षड्यंत्र भी हो सकता है। पुलिस अधीक्षक जगुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि अभी इस मामले का अनुसंधान चल रहा है।
इसके लिए पुलिस की टीम गंभीरता से मामले की जांच कर रही है। जांच के क्रम में आतंकी गतिविधि या कोई बड़ी सूचना मिलती है तो इस मामले के जांच की सिफारिश एनआइए को भेजी जा सकती है।
खंगाल रही मुंगेर मेड का कनेक्शन
पूछताछ में पकड़े गए तस्कर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मिर्जापुर बरदह निवासी मु. जमशेर से पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली है।
पुलिस अब गुप्त रूप से यह भी पता लगा रही है कि अन्य अवैध हथियारों की तरह कहीं मुंगेर में भी पेन पिस्टल तैयार नहीं किया जा रहा है। पुलिस सारी कार्रवाई गुप्त रूप से कर रही है। इस मामले में पुलिस को कुछ सफलता भी हाथ लग सकती है।
सुर्खियां में रहे यहां बने हथियार
मुंगेर जिले के तौफिर दियारा, कुतलुपुर, जाफरनगर, टीकारामपुर, मिर्जापुर बरदह, शामपुर सहित अन्य क्षेत्र में अवैध रूप से हथियार बनाया जाता है। देशभर के अपराधी सस्ते हथियारों के लिए मुंगेर के तस्करों से संपर्क करते हैं। हथियार की खरीद-फरोख्त के लिए देश भर में मुंगेर की पहचान है।
यहां अवैध रूप से बनने वाले पिस्टल का इस्तेमाल आतंकी से लेकर नक्सली तक कर चुके हैं। हाल के वर्षों में जम्मू-कश्मीर और यूपी में बरामद पिस्टल का निर्माण मुंगेर के ही कारीगरों ने किया था।
सस्ता और कारगर शाट होने के कारण मुंगेर में बने अवैध हथियारों की डिमांड सूबे के सभी जिलों के अलावा पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा सहित कई राज्यों में है।