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Bihar Crime: गर्ल्स हास्टल के बाथरूम में हिडेन कैमरा का क्या है राज, छात्रा बोली- मैसेज आता है हम पांच लड़के हैं

Bihar Crime बिहार के सिवान में गर्ल्स हॉस्टल के बाथरूम में हिडेन कैमरे लगाए जाने के आरोप के बाद पुलिस जांच में जुट गई है। आवेदन में दिए गए सात लड़कों का मोबाइल भी जब्त किया गया है।

By Rahul KumarEdited By: Updated: Wed, 31 Aug 2022 05:45 PM (IST)
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सिवान पुलिस बाथरूम में हिडेन कैमरे की शिकायत के बाद जांच में जुटी। सांकेतिक तस्वीर
जागरण टीम, सिवान। सिवान के अनुमंडल स्थित जीएनएम एवं पैरा मेडिकल कालेज के महिला छात्रावास के बाथरूम में गीजर के पीछे हिडेन कैमरा लगाने व छात्रा को वाहट्सएप पर मैसेज कर परेशान करने के मामले में महिला थाना ने प्राथमिकी कर अपनी जांच शुरू कर दी है। जांच के क्रम में पता चला है कि पीड़िता छात्रा को इंटरनेट नंबर से भी किसी लड़के द्वारा वाहट्सएप पर मैसेज किया गया था। उक्त नंबर से एक वीडियो का स्क्रीन शार्ट भी भेजा गया था।

महिला थानाध्यक्ष अनुराधा कुमारी ने बताया कि जांच के क्रम में लड़की से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि इंटरनेट नंबर से एक तस्वीर भेजी गई थी जिसे डिलीट भी कर दिया गया। तस्वीर किसकी थी, यह पूछने पर वह स्पष्ट नहीं बता पाई। लड़की से जब यह पूछा गया कि क्या वह एक ही बाथरूम का इस्तेमाल करती है तो उसने बताया कि छात्रावास में पांच बाथरूम हैं और वह सभी का इस्तेमाल करती है। बाथरूम की जब जांच की गई तो वहां कैमरा नहीं पाया गया। बाथरूम का आकार काफी छोटा है और गीजर की ऊंचाई अधिक है। पांच बाथरूम की जांच की गई तो कहीं भी कैमरा नहीं पाया गया। 

सातों आरोपित छात्रों के मोबाइल को किया गया जब्त 

महिला थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में छात्रा ने जिन सात लड़कों का नाम आवेदन में दिया है। उनके मोबाइल को जब्त कर लिया गया है। जब्त मोबाइल की प्रारंभिक जांच की गई तो उसमें कोई आपत्तिजनक वीडियो नहीं पाया गया। मोबाइल का बैकअप निकाला जा रहा है। फिलहाल लड़कों को हिरासत में नहीं लिया गया है। जांच की जा रही है जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। 

'व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं' 

सीएस द्वारा प्रतिनियुक्त दो सदस्यीय जांच टीम में शामिल उपाधीक्षक डा. एसएस कुमार ने बताया कि कालेज में व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। छात्रावास में लड़कियां रहती हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा रामभरोसे है। कालेज में साफ सफाई नहीं है। जांच के क्रम में  जीएनएम की प्राचार्य मोना सिंह उपस्थित थीं, लेकिन फार्मेसी कालेज के प्राचार्य प्रो. अभिषेक सिंह 15 अगस्त के बाद आए ही नहीं थे।  

छात्रावास की किस छात्रा ने छात्रों का  दिया साथ 

पीड़िता छात्रा ने अपने आवेदन में कालेज के छात्रावास में रहने वाले सात छात्रों के अलावा एक छात्रा का भी जिक्र किया है। हालांकि पीड़िता ने उसका नाम अंकित नहीं किया है, इस कारण पुलिस को जांच में थोड़ी परेशानी हो रही है। पुलिस यह जांच कर रही है कि बाथरूम में हिडेन कैमरा अगर लगाया गया तो किस छात्रा ने छात्राें का साथ दिया। पीड़ित छात्रा की माने तो किसी न किसी छात्रा ने ही छात्रों से मिलकर ऐसी घटना को अंजाम दिया है।

जीएनएम में 68 तथा फार्मेसी में 54 छात्र-छात्राएं लेते हैं प्रशिक्षण 

जीएनएम कालेज में 68 छात्राओं का नामांकन है। इसमें 52 छात्राएं छात्रावास में रहती हैं। वहीं, फार्मेसी में 48 छात्र तथा 6 छात्राओं का नामांकन है। फार्मेसी के प्राचार्य प्रो. अभिषेक सिंह का कहना है कि छात्रावास में रहने वाले के लिए आवंटन का कार्य चल रहा है। एक दो दिनों में आवंटन का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। 


पीड़िता ने कहा पुलिस कर रही सहयोग 

पीड़िता छात्रा ने बताया कि महिला थानाध्यक्ष द्वारा जांच के क्रम में मुझसे जो भी सवाल किए गए मैंने उसकी जानकारी दी।  अभी तक जो भी जांच हुई है उससे मैं संतुष्ट हूं। कहा कि इंटरनेट नंबर से मुझे परेशान किया जाता रह है। जब मैंने उस नंबर को  डिलीट कर दिया तो फिर दूसरे नंबर से संदेश भेजा जा रहा है कि कि हम एक नहीं चार-पांच हैं।  

हंगामा के बाद कालेज पहुंचे प्राचार्य 

बुधवार को दोनों संस्थाओं में स्थिति सामान्य देखी गई। जीएनएम की प्राचार्य मोना सिंह तथा फार्मेसी कालेज के प्राचार्य प्रो. अभिषेक सिंह अपने कक्ष में मौजूद थे। हंगामा के बाद लापता प्राचार्य बुधवार को कालेज में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि मैं पटना में कार्यरत हूं। सरकार द्वारा मुझे यहां प्रतिनियोजन पर भेजा गया है। यह पूछने पर कि 15 अगस्त के बाद आप कहां थे प्राचार्य ने गोलमटोल जवाब देते हुए फोन काट दिया। 

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