शिक्षक नियुक्ति में बीएड अभ्यर्थियों पर संशय बढ़ा, 11 सितंबर तक अपलोड करने ही होंगे प्रमाण पत्र
प्रारंभिक शिक्षक नियुिक्त में बीएड अभ्यर्थी अगर डीएलएड किए हों तो 11 सितंबर तक उन्हें प्रमाण पत्र किसी भी हालत में जमा करना होगा। अभियार्थियों को विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रमाण पत्र जमा करने हैं। इसको लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। बता दें कि राज्य में इस वक्त उच्च माध्यमिक स्तर तक की शिक्षक नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है।
जागरण संवाददाता, पटना : बिहार में प्राथमिक से उच्च माध्यमिक स्तर तक की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा की प्रक्रिया चल रही है। उच्चतम न्यायालय के आदेश को लेकर पहले से ही बीएड कर प्राथमिक शिक्षक अभ्यर्थी संशय में थे। अब बीपीएससी ने भी उनका संशय बढ़ा दिया है।
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने एक से पांच तक की अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता के अभ्यर्थियों को नौ से 11 सितंबर तक आयोग की वेबसाइट https://onlinebpsc.bihar.gov.in पर अपने डैशबोर्ड में लॉगिंग कर डीएलएड संबंधित प्रमाण पत्र व अन्य प्रमाण पत्र को अपलोड करने को कहा है।
आयोग के संयुक्त सचिव सह परीक्षा नियंत्रक ने जारी अधिसूचना में कहा है कि यदि किसी अभ्यर्थी ने अपने आवेदन में बीएड का प्रमाण पत्र अपलोड किया है और उसके पास डीएलएड का प्रमाणपत्र हो तो वे इसे भी अपलोड कर सकते हैं।
एक लाख 70 हजार पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया
बीपीएससी की ओर से राज्य में एक लाख 70 हजार 461 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। इसमें 79 हजार 943 पदों पर प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है। प्राथमिक शिक्षकों के लिए तीन लाख 90 हजार बीएड अभ्यर्थी एवं तीन लाख 80 हजार डीएलएड अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया है।
इसमें दूसरे राज्य के अभ्यर्थियों की संख्या अधिक बताई जा रही है। बीपीएससी के सचिव रवि भूषण ने बताया कि आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि बीएड अभ्यर्थियों का परिणाम जारी होगा या नहीं यह शिक्षा विभाग तय करेगा। इसके लिए शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन लिया जाएगा। इसके अनुसार परिणाम जारी किए जाएंगे।
30 सितंबर को होगी बीपीएससी की 69वीं पीटी
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की एकीकृत 69वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगिता परीक्षा 30 सितंबर को एकल पाली में होगी। इस बाबत आयोग के परीक्षा नियंत्रक ने अधिसूचना जारी कर दी। यह परीक्षा राज्य के जिला मुख्यालयों में आयोजित की जाएगी।
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आयोग की ओर से पहली बार एकीकृत प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की जा रही है। आयोग के परीक्षा नियंत्रक के अनुसार परीक्षा में प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकृति के होंगे। इसमें निगेटिव मार्किंग के प्राविधान किए गए हैं। प्रत्येक गलत उत्तर देने पर एक तिहाई अंक घटाया जाएगा।
आयोग के सचिव रवि भूषण सिन्हा ने बताया कि परीक्षा में शामिल होने के लिए दो लाख 70 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इस परीक्षा के माध्यम से विभिन्न विभागों में 475 पदों पर नियुक्ति को लेकर प्रक्रिया की जा रही है।