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ED ने संजीव हंस पर फिर कसा शिकंजा, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में सर्च चला ऑपरेशन; मिले अहम सबूत

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएएस अधिकारी संजीव हंस से जुड़े तीन लोगों के खिलाफ दिल्ली मुंबई और कोलकाता में सर्च ऑपरेशन चलाया। छापामारी में ज्वेलरी नकद और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं। ईडी को लेन-देन से जुड़े कई अहम सबूत मिले हैं। बता दें कि ईडी ने कुछ दिनों पहले उनके करीबी के घर पर भी छापामारी की थी।

By Sunil Raj Edited By: Mukul Kumar Updated: Thu, 12 Sep 2024 03:16 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

राज्य ब्यूरो, पटना। आईएएस अधिकारी संजीव हंस की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं। मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर आए संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के यहां जुलाई महीने में ईडी ने छापेमारी की थी।

उस छापेमारी में मिले दस्तावेजों के आधार पर बुधवार को ईडी ने उनसे जुड़े तीन लोगों के खिलाफ देश के तीन अलग-अलग राज्यों दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में सर्च आपरेशन चलाया।

सूत्रों के अनुसार इस सर्च में ज्वेलरी, नकदी व कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए जाने की बात सामने आ रही है। इन साक्ष्यों को ईडी बिहार की एजेंसी एसवीयू (विशेष निगरानी इकाई) के साथ साझा कर सकती है।

सूत्रों की माने तो बुधवार के सर्च अभियान के दौरान जांच एजेंसी को लेन-देन से जुड़े कई अहम सबूत मिले हैं। ये लेन-देन गुलाब यादव और संजीव हंस की पत्नी से जुड़े हैं। समाचार लिखे जाने तक ईडी की कार्रवाई जारी थी। ईडी आधिकारिक तौर पर कुछ भी बताने से परहेज कर रही है।

16 जुलाई को भी हुई थी छापामारी

बता दें कि 16 जुलाई को ईडी की कई टीमों ने संजीव हंस और गुलाब यादव के 21 ठिकानों पर छापेमारी की थी। गुलाब यादव के झंझारपुर के गंगापुर स्थित आवास, पटना में संजीव हंस के आवास के साथ ही अन्य स्थानों पर दिनभर यह कार्रवाई चली थी।

हालांकि, संजीव हंस के द्वारा यह दावा किया गया था कि जांच एजेंसी को उनके यहां कार्रवाई के दौरान कुछ भी हासिल नहीं हुआ। लेकिन ईडी के सूत्र का कहना था कि काफी मात्रा में नकदी और विदेशी घडिय़ां भी छापेमारी के दौरान मिली थीं।

इस मामले में ईडी ने बिहार की आर्थिक अपराध इकाई से इन पर आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज करने की अनुशंसा की थी। ईडी ने दोनों के पास काली कमाई के साक्ष्य के साथ सरकार और विशेष निगरानी इकाई को पत्र लिखा था।