राधाचरण सेठ के बाद अब किसकी बारी? बिहार में ED के रडार पर 191 माफिया, सूची में बालू व शराब के धंधेबाजों का नाम
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने एमएलसी राधाचरण सेठ और उनके बेटे को गिरफ्तार किया है। अब बिहार में किसका नंबर है यह सबसे बड़ा सवाल है। दरअसल राज्य में 191 माफिया फिलहाल ईडी के रडार पर हैं। उनपर काभी भी शिकंजा कस सकता है। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने ईडी को कई माफियाओं पर कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भेजे हैं।
राज्य ब्यूरो, पटना : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जदयू एलएलसी राधाचरण साह उर्फ सेठ और उनके बेटे कन्हैया को गिरफ्तार कर लिया है। बिहार में अब किसकी बारी है? यह सबसे अहम सवाल है। दरअसल, बिहार में बालू व शराब माफियाओं की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई जल्द शुरू होगी।
पिछले दस सालों में भेजे गए इतने प्रस्ताव
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने पिछले दस सालों में ऐसे 321 करोड़ से अधिक के 196 प्रस्ताव प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भेजे हैं। इनमें से 29 मामलों में कुल 36 अभियुक्तों की 50 करोड़ 51 लाख की संपत्ति जब्त भी की जा चुकी है।
ईओयू के एडीजी नैयर हसनैन खाने ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी। शराब माफिया के विरुद्ध सर्वाधिक 34 प्रस्ताव समर्पित किए गए हैं। नशे के कारोबारियों के विरुद्ध 10 जबकि बालू माफिया के विरुद्ध नौ प्रस्ताव ईडी को भेजे गए हैं।
लगातार हो रही कार्रवाई
इसके अलावा नक्सलियों के द्वा रा लेवी एवं अन्य माध्यमों से की जाने वाली अवैध कमाई की जब्ती के 15 प्रस्ताव भी ईडी को भेजे गए हैं, जनिमें 10 मामलों में साढ़े पांच करोड़ से अधिक की राशि ईडी, पटना के द्वारा जब्त की जा चुकी है।
एक जनवरी, 2022 से अब तक 18 अभियुक्तों के विरुद्ध 13 करोड़ 21 लाख की संपत्ति अधिगृहित करने का प्रस्ताव ईडी को भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि बालू व शराब माफिया के अलावा हत्या, लूट, डकैती, ठगी, जालसाजी जैसे मामलों में संलिप्त अपराधियों के विरुद्ध भी संपत्ति जब्ती की दिशा में लगातार कार्रवाई की जा रही है।