नीलेश मुखिया 23 दिन बाद हारे जिंदगी की जंग: पार्षद पति को पटना में मारी थीं गोलियां, इलाज के लिए ले गए दिल्ली
पूर्व मुखिया और भाजपा नेता नीलेश मुखिया को 31 जुलाई को पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के कुर्जी मोड़ के पास उनकी कार को ओवरटेक कर बाइक सवार पांच अपराधियों ने उन्हें गोली मारी थी। पार्षद पति को सात गोलियां लगी थीं। कुछ दिनों तक पाटलिपुत्र स्थित निजी अस्पताल में उपचार हुआ। इसके बाद उन्हें दिल्ली लाया गया था जहां आज उनकी मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, पटना: बिहार की राजधानी पटना में दिनदहाड़े अपराधियों के गोली मारने से घायल निगम पार्षद सुचित्रा सिंह के कारोबारी पति और पूर्व मुखिया नीलेश यादव 23 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गए। नीलेश मुखिया की बुधवार सुबह दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई।
31 जुलाई को पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के कुर्जी मोड़ के पास नीलेश मुखिया की कार को ओवरटेक कर बाइक सवार पांच अपराधियों ने उन्हें गोली मारी थी। पार्षद पति को सात गोलियां लगी थीं। गर्दन में चार, पैर में एक और एक गोली जबड़े में लगी थी। कुछ दिनों तक पाटलिपुत्र स्थित निजी अस्पताल में उपचार हुआ।
सेहत में सुधार नहीं होने पर उन्हें बेहतर उपचार के लिए उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली एम्स भेजा गया था। नीलेश भाजपा से भी जुड़े थे। शव को दिल्ली से पटना लाने की तैयारी चल रही है। इधर घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने इलाके में चौकसी बढ़ा दी है।
दीघा थाना क्षेत्र के गेट नंबर 66 के निकट भाजपा नेता नीलेश का घर है। उनकी पत्नी सुचित्रा सिंह वार्ड नंबर 22-बी की पार्षद हैं। 31 जुलाई को सुबह करीब दस बजे वह कुर्जी में मेन रोड पर बाइक पर सवार अपराधियों ने नीलेश गोली मारी थी। इस घटना में पटना पुलिस अब तक रेकी करने वाली सफेद कार के मालिक की संलप्तता पर पहुंच कर अनुसंधान की सुई अटक गई थी।
बालू कारोबारी पप्पू-धप्पू, सहित तीन लोगों का नामजद अभियुक्त बनाया गया था। 14 अगस्त को पाटलिपुत्र थाने की पुलिस इस मामले में पटना सिटी से दो शूटरों सैय्यद शाहनवाज और मो. राजा को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से दो पिस्टल, मैगजीन, दो मोबाइल और वारदात में इस्तेमाल दोनों बाइक को भी बरामद किया गया, जबकि मुख्य आरोपित सहित कई अन्य फरार हैं।