Bihar Schools: बाढ़ का हवाला देकर 53 दिनों से 4 स्कूल बंद, शिक्षा विभाग पर फूटा लोगों का गुस्सा; दे डाली चेतावनी
Bihar School News बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में बाढ़ (Flood In Bihar) का हवाला देकर सरकार स्कूल लगभग 53 दिनों से बंद हैं। यहां के शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में पढ़ाने के लिए भेज दिया गया है। ऐसे में बच्चे संबंधित इलाकों में बकरी चराने को मजबूर हैं। स्कूल बंद होने से अभिभावकों के बीच नाराजगी देखी जा रही है।
संवाद सूत्र, पिपरासी। पश्चिम चंपारण जिले के पिपरासी प्रखंड में चार विद्यालयों को बाढ़ का हवाला देकर आठ जून से बंद कर दिया गया। ताला लटकने से बच्चों का पठन-पाठन चौपट हो गया है।
इन चारों विद्यालयों में बच्चों की संख्या लगभग 453 है। ऐसी स्थिति में बच्चे बकरी चराने को मजबूर हैं। खाली समय में ये बच्चे नाला और नदी में स्नान करने चले जाते हैं।स्थानीय मुखिया संतोष कुशवाहा ने बताया कि 53 दिन से विद्यालय में ताला लटका है। बाढ़ का हवाला देकर विद्यालय बंद कर दिया गया है।
उप मुखिया राजू यादव और उप सरपंच मैनेजर कुशवाहा का कहना है कि बाढ़ का हवाला देकर शिक्षकों पर विभाग ने तो रहम कर दिया, लेकिन बच्चों की शिक्षा चौपट हो रही है। बाढ़ का पानी कभी भी 12 घंटे से अधिक नहीं रहा।
नजर आई शिक्षा विभाग की कुव्यवस्था
स्कूल बंद होने से अभिभावकों में भी आक्रोश है। विभाग की कुव्यवस्था साफ नजर आ रही है। मुखिया ने कहा कि स्कूल अगर नहीं खोला गया तो आंदोलन किया जाएगा। अभिभावक प्रति दिन स्कूल खोलने की बात कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है।पिपरासी के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी उमेश कुमार को नरकटियागंज बीईओ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वे ज्यादा समय नरकटियागंज में ही दे रहे हैं। ऐसे में शिक्षक को विद्यालय खुले या बंद रहे। इससे मतलब नहीं है।
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