शहरी सहकारी बैंकों को और सशक्त बनाने की तैयारी, अमित शाह करेंगे एनयूसीएफडीसी का उद्घाटन
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह शनिवार को इन बैंकों के अंब्रेला संगठन नेशनल अर्बन को-आपरेटिव फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (एनयूसीएफडीसी) का उद्घाटन करेंगे। संगठन का उद्देश्य शहरी सहकारी बैंकों को आधुनिक एवं सशक्त करना है जिससे बैंकों के साथ ग्राहकों को भी लाभ होगा। अभी देश में 1500 से अधिक अनुसूचित और गैर-अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। 'सहकार से समृद्धि' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शहरी सहकारी बैंकिंग क्षेत्र को अत्यधिक सशक्त बनाने की तैयारी है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह शनिवार को इन बैंकों के अंब्रेला संगठन नेशनल अर्बन को-आपरेटिव फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (एनयूसीएफडीसी) का उद्घाटन करेंगे।
1,500 से अधिक शहरी सहकारी बैंक
संगठन का उद्देश्य शहरी सहकारी बैंकों को आधुनिक एवं सशक्त करना है, जिससे बैंकों के साथ ग्राहकों को भी लाभ होगा। संचार की सुविधा मिलेगी और चुनौतियों का समाधान होगा। अभी देश में 1,500 से अधिक अनुसूचित और गैर-अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक हैं जिनकी कुल शाखाओं की संख्या 11 हजार से अधिक है।
इनके पास 5.33 लाख करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि है। साथ ही इन्होंने 3.33 लाख करोड़ रुपये से अधिक का ऋण वितरण कर रखा है। इनमें से कई बैंक पुराने तरीके से काम करते हैं, जिससे नवीनतम सेवाएं नहीं मिल पाती हैं।
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नई तकनीक में अपग्रेड कर रहे बैंक
अब एनयूसीएफडीसी का हिस्सा बनकर अधिकांश बैंक नई तकनीक में अपग्रेड करने और नए उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करने में सक्षम होंगे। इस संगठन के जरिए शहरी बैंकों को निधि आधारित और गैर-निधि आधारित सहायता मिलेगी। लक्ष्य तीन सौ करोड़ रुपये के पूंजी आधार तक पहुंचना है।
पूंजी का उपयोग शहरी सहकारी बैंकों को समर्थन देने और सेवा पेशकशों में सुधार और लागत कम करने के लिए एक साझा प्रौद्योगिकी मंच विकसित करने में किया जाएगा।