कामकाज जारी रखने के लिए चार बैंकों से साझेदारी कर सकती है पेटीएम, यूजर्स को होगा फायदा
पेटीएम अपना यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए एक्सिस बैंक HDFC SBI और यस बैंक के साथ साझेदारी कर सकती है। रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च तक अपना कारोबार बंद करने को कहा है। इसी वजह पेटीएम अपने प्लेटफॉर्म पर यूपीआई ट्रांजेक्शन जारी रखने के लिए कई विकल्पों पर गौर कर रही है। इसी सिलसिले में वह कुछ बैंकों के साथ साझेदारी कर सकती है
रॉयटर्स, मुंबई। चौतरफा संकटों से घिरी पेटीएम यूपीआई ट्रांजैक्शन के लिए एक्सिस बैंक, HDFC, SBI और यस बैंक के साथ साझेदारी कर सकती है। इस मामले से वाकिफ दो सूत्रों ने यह जानकारी दी। रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 15 मार्च तक अपना कारोबार बंद करने को कहा है। इसी वजह पेटीएम अपने प्लेटफॉर्म पर यूपीआई ट्रांजेक्शन जारी रखने के लिए कई विकल्पों पर गौर कर रही है।
RBI ने पिछले हफ्ते NCPI से कहा था कि वह पेटीएम के अनुरोध पर चार से पांच ऐसे बैंकों का पता लगाए, जो पेटीएम के लिए सर्विस प्रोवाइडर के रूप में काम कर सकें। सूत्रों ने बताया कि पेटीएम बड़े बैंकों से बात कर रही है, जिनके पास उसका ट्रांजैक्शन संभालने की तकनीकी क्षमता हो। पहले पेटीएम के बैंकिंग साझीदार के रूप में एक्सिस बैंक जुड़ सकता है। फिर बाकी बैंकों के जुड़ने की संभावना है।
RBI की NPCI को सलाह दी थी कि @paytm हैंडल वाले ग्राहकों को नए बैंकों में माइग्रेट किया जाए। जब तक यह प्रोसेस खत्म नहीं होता, पेटीएम पर नए कस्टमर न जोड़ने की पाबंदी रहेगी। इस सीमलेस माइग्रेशन के लिए NPCI कुछ बैंकों को पेटीएम के लिए पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर सर्टिफाई कर सकता है। इनके पास हाई वॉल्यूम वाले UPI ट्रांजैक्शन हैंडल करने की क्षमता होगी।
रिजर्व बैंक ने कहा है कि जो विक्रेता पेटीएम QR कोड यूज करते हैं, वन97 कम्युनिकेशंस उनके लिए एक या इससे ज्यादा बैंकों के साथ सेटलमेंट अकाउंट खोल सकता है। लेकिन, इसमें उसका अपना पेटीएम पेमेंट्स बैंक शामिल नहीं होगा।
इस बीच पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी का कहना है कि शर्मा रिजर्व बैंक के नियमों का पालन करने के बोर्ड से अलग हुए हैं। पेटीएम ने नए बोर्ड का गठन भी कर दिया है।