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Retail Inflation: महंगाई के मोर्चे पर राहत, जनवरी में 5.10 फीसदी रही CPI; दिसंबर में औद्योगिक उत्पादन भी बढ़ा

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार भारत की खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में सालाना आधार पर घटकर 5.10 प्रतिशत हो गई जो दिसंबर में चार महीने के उच्चतम 5.69 प्रतिशत पर थी। ये संख्या भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 2-6 प्रतिशत के टोलरेंस बैंड के भीतर बनी हुई है। आइए पूरी खबर के बारे में जान लेते हैं।

By Jagran News Edited By: Ram Mohan Mishra Updated: Mon, 12 Feb 2024 06:59 PM (IST)
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महंगाई के मोर्चे पर राहत भरी खबर आई है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में मामूली नरमी से जनवरी की खुदरा महंगाई दर 5.1 प्रतिशत रही जबकि गत दिसंबर में यह दर 5.69 प्रतिशत थी। जनवरी में खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई दर 8.30 प्रतिशत रही जबकि गत दिसंबर में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर 9.53 प्रतिशत तक पहुंच गई थी। हालांकि दाल व सब्जी की खुदरा कीमतों में अब भी काफी बढ़ोतरी दिख रही है।

चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई दर 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान

जनवरी में सब्जी के दाम में पिछले साल जनवरी की तुलना में 27.03 प्रतिशत तो दाल के दाम में पिछले साल जनवरी के मुकाबले 19.54 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। हालांकि गत दिसंबर की तुलना में बढ़ोतरी मामूली रूप से कम है। आरबीआइ ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा महंगाई दर 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है जबकि चालू वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही (जनवरी-मार्च) में महंगाई दर 5.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इस हिसाब से फरवरी और मार्च में भी खुदरा महंगाई दर 5.1-5.3 प्रतिशत के आसपास रहेगी।

जनवरी में फिर बढ़े अनाज के दाम

सोमवार को सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में खाद्य तेल व वनस्पति की कीमतों में पिछले साल जनवरी की तुलना में 14.96 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। अनाज की कीमतों में भी नरमी आई है और जनवरी में अनाज के दाम में 7.83 प्रतिशत की बढ़ोतरी जबकि पिछले कुछ महीनों से यह बढ़ोतरी आठ प्रतिशत से अधिक की थी।

ईंधन व बिजली की कीमतों में मामूली गिरावट

जनवरी में फल के दाम में पिछले साल जनवरी के मुकाबले 8.65 प्रतिशत, अंडे में 5.6 प्रतिशत, मांस व मछली में 1.19 प्रतिशत तो चीनी में 7.51 प्रतिशत का इजाफा रहा। कपड़े व फुटवियर की खुदरा कीमतों में यह बढ़ोतरी 3.37 प्रतिशत, यातायात व संचार सेवा में 1.96 प्रतिशत तो स्वास्थ्य सेवा में 4.83 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। ईंधन व बिजली की कीमतों में पिछले साल जनवरी की तुलना में 0.60 प्रतिशत की गिरावट रही।

दिसंबर में औद्योगिक उत्पादन बढ़ा

दूसरी तरफ गत दिसंबर माह के औद्योगिक उत्पादन में वर्ष 2022 के दिसंबर के मुकाबले 3.8 प्रतिशत का इजाफा रहा। गत नवंबर के औद्योगिक उत्पादन में 2.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अप्रैल-दिसंबर में औद्योगिक उत्पादन की बढ़ोतरी दर 6.1 प्रतिशत रही।सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गत दिसंबर में मैन्यूफैक्चरिंग में 3.9 प्रतिशत माइनिंग में 5.1 प्रतिशत तो बिजली में 1.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही।

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