दिल्ली में 'सांसों पर संकट': अब शुद्ध हवा भूल जाइए, लगातार बढ़ते प्रदूषण से कई इलाकों में खराब हुई हवा
Delhi Air Pollution हवा की दिशा में उत्तर पश्चिमी हो जाने का असर दिल्ली में प्रदूषण स्तर पर साफ दिखाई दे रहा है। गुरुवार को राजधानी के आठ इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई AQI) 200 ऊपर यानी खराब श्रेणी में पहुंच गया। यह बात अलग है कि समग्र तौर पर अभी वायु गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में बनी हुई है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। हवा की दिशा में उत्तर पश्चिमी हो जाने का असर दिल्ली में प्रदूषण स्तर पर साफ दिखाई दे रहा है। गुरुवार को राजधानी के आठ इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई, AQI) 200 ऊपर यानी ''खराब'' श्रेणी में पहुंच गया। यह बात अलग है कि समग्र तौर पर अभी वायु गुणवत्ता ''मध्यम'' श्रेणी में बनी हुई है।
कन्हैया नगर मेट्रो स्टेशन के पास जलते कूड़े से उठता धुआं।
पर्यावरणविदों के अनुसार, इस बार अगस्त और सितंबर में एनसीआर में सामान्य से कम बरसात हुई। इसके चलते यहां पर जमीन में नमी की मात्रा कम है और हवा के साथ धूल ज्यादा उड़ रही है। इसके अलावा मानसून की वापसी के बाद हवा की दिशा भी उत्तरी-पश्चिमी हो गई है। इसकी रफ्तार भी कम है। इसीलिए धूल कणों से होने वाला प्रदूषण ज्यादा देर तक वातावरण में ठहर रहा है।
हवा हुई खराब
गुरुवार को दिल्ली के आठ इलाकों की हवा ''खराब'' श्रेणी में पहुंच गई। शादीपुर की हवा ''बहुत खराब'' दर्ज की गई। समग्र तौर पर दिल्ली का एक्यूआई 177 यानी ''मध्यम'' श्रेणी में रहा।
दिल्ली के लिए बने वायु गुणवत्ता अर्ली वार्निंग सिस्टम के मुताबिक, अगले दो दिनों में दिल्ली की हवा में प्रदूषक कणों में और भी इजाफा होने के आसार हैं। इसके चलते शुक्रवार और शनिवार को समग्र तौर पर भी दिल्ली की हवा खराब श्रेणी में पहुंच सकती है।
एसीआर में भी सभी जगह 200 पार हो जाएगा एक्यूआई
एनसीआर के शहरों में भी एक्यूआई कहीं 200 पार कर गया तो कहीं करने वाला है। सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार बृहस्पतिवार को गाजियाबाद का एयर इंडेक्स 160, ग्रेटर नोएडा का 192, गुरुग्राम का 213 व नोएडा का एयर इंडेक्स 203 और फरीदाबाद का एयर इंडेक्स 191 दर्ज किया गया।
बृहस्पतिवार को इन इलाकों की हवा रही ''खराब''
शादीपुर : 304
एनएसआइटी द्वारका : 237
नार्थ कैंपस डीयू : 213
जहांगीरपुरी : 217
वजीरपुर : 201
बवाना : 215
पूसा : 202
आनंद विहार : 201
आज हो सकती ग्रेप के पहले चरण को लेकर बैठक
सीएक्यूएम सूत्रों के अनुसार, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप, GRAP) की उप समिति शुक्रवार को बैठक कर सकती है। इस बैठक में ग्रेप का पहला चरण लागू करने की घोषणा की जा सकती है।
तेजी से बढ़ रही पराली जलाने की घटनाएं
हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अब इसका धुआं उत्तर पश्चिमी हवा के साथ दिल्ली आने लगा है।
ये भी पढ़ें- मेट्रो का सफर हुआ और आसान: न लंबी लाइन की झंझट, न कैश की दिक्कत; इस तरीके से आसानी से खरीद सकेंगे टिकट
15 सितंबर से पांच अक्टूबर के मध्य चार वर्षों के दौरान कहां कितनी जली पराली
राज्य 2020 2021 2022 2023
पंजाब 1764 278 545 754
हरियाणा 177 24 48 190
उत्तर प्रदेश 89 51 80 88
ये भी पढ़ें- दिल्ली में इंडियल ऑयल की पाइपलाइन से तेल की बड़ी चोरी, 40 मीटर लंबी सुरंग बनाकर ड्रामों में भर रहे थे तेल