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PHOTOS: 'हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की', दिल्ली में धूमधाम और हर्षोल्लास से मनी जन्माष्टमी

जन्माष्टमी का पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया। मंदिरों को सजाया गया और भक्तों ने लड्डू गोपाल का भव्य श्रृंगार किया। रात 12 बजे शंखवादन के साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की बधाई लोगों ने एक-दूसरे को दी। इस्कॉन मंदिरों में कीर्तन और भजन का दौर चला। घरों में भी लोगों ने अपने लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव मनाया।

By Gautam Kumar Mishra Edited By: Sonu Suman Updated: Mon, 26 Aug 2024 10:15 PM (IST)
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दिल्ली में धूमधाम और हर्षोल्लास से मनी जन्माष्टमी।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। जन्माष्टमी का पर्व सोमवार को घर, गली, मंदिर से लेकर मोहल्लों तक सभी जगहों पर बड़ी धूमधाम से मनाया गया। मंदिरों को अंदर से लेकर बाहर तक लाइट, फूल और गुब्बारों से सजाया गया जबकि लोगों ने अपने घरों में सुंदर सी झांकियां सजाईं। घर-घर में लड्डू गोपाल फूल और रंगबिरंगी लाइटों से सजे झूले पर विराजमान नजर आए।

कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान कहीं शंख, घंटा, मजीरा तो कहीं पर बर्तन, ढोल और ताशे बजाते हुए भक्त नजर आए। भक्तों ने 'हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की' के जयकारे भी लगाए। आरती के बाद मंदिरों से लेकर मोहल्लों तक सभी जगहों पर प्रसाद में चरणामृत और फल का वितरण किया गया।

लड्डू गोपाल के साथ मंदिर पहुंचे भक्त

जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर की भव्य सजावट व श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में भक्तों की भीड़ ने मंदिरों का रुख किया। कई लोग अपने लड्डू गोपाल को साथ लेकर मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे। लोगों ने अपने छोटे बच्चों को बाल गोपाल की वेशभूषा में तैयार किया और उन्हें लेकर दर्शन करने मंदिर पहुंचे।

हर साल की भांति इस बार भी भगवान श्रीकृष्ण के अद्भुत श्रृंगार ने भक्तों का मन मोहा। मंदिरों में भक्तों ने श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को झूला झुलाया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। रात 12 बजे शंखवादन के साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की बधाई लोगाें ने एक-दूसरे को दी।

कीर्तन व सेल्फी का चलता रहा दौर

द्वारका व पंजाबी बाग इस्कान में सुबह से नंदलाला के जन्म तक कीर्तन चलता रहा। इस बीच द्वारका इस्कान में भक्तों ने बारी-बारी से भगवान का अभिषेक किया और इसके बाद उनके भव्य श्रृंगार के दर्शन किए। भीड़ प्रबंधन के लिए पुलिस, सिविल डिफेंस व निजी सुरक्षाकर्मियों की मदद ली गई।

रात 12 बजे भगवान के जन्मोत्सव के समय उनका अभिषेक कर महाआरती की गई और इसके बाद उन्हें एक लाख व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया। उस समय मंदिर परिसर भक्तों की भीड़ से भरा हुआ था। मंदिर परिसर के बाहर पंडाल लगाया गया था, जिसमें खाने-पीने की स्टाल लगाई गई थी। वहीं पंजाबी बाग स्थित इस्कान मंदिर में भी बड़ी संख्या में भक्त प्रभु के दर्शन के लिए पहुंचे।

रात 12 बजे पकवानों का भोग भगवान को अर्पित किया गया और इसके बाद उसे भक्तों में वितरित किया गया। जनकपुरी सी-4ई स्थित सनातन धर्म मंदिर में महारास, कृष्ण जन्म, गोवर्धन लीला, ब्रह्माण्ड दर्शन पर आधारित झांकी तैयार की गई। इस दौरान मंदिर के चेयरमेन भूषणलाल पाराशर मौजूद रहे। पालम में राम चौक स्थित राम मंदिर में जन्माष्टमी के लिए भव्य झांकियां तैयार की गई।

मंदिरों के अलावा घरों में भी लोगों ने अपने लड्डू गोपाल का भव्य शृंगार कर, रात 12 बजे उनका जन्मोत्सव मनाया। तिलक नगर स्थित सात मंजिला मंदिर व पालम स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में शाम को संकीर्तन में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। इंद्रा पार्क स्थित हनुमान मंदिर में भी प्रभु का भव्य श्रृंगार किया गया। मंगल बाजार स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।

द्वारका स्थित पैसेफिक व वेगस माल में भी जन्माष्टृी को लेकर कार्यक्रम आयोजित हुए। वेगस में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन चरित पर आधारित श्री कृष्ण की बाल लीलाओं को दिखाया गया। यहां इस्कान मंदिर के भक्तों ने भजन से समां बांध दिया। माल प्रबंधन के अनुसार जन्माष्टमी हमारे धर्म व संस्कृति से जुड़ा महत्वपूर्ण त्योहार है। इसे यहां हर वर्ष मनाया जाता है। पैसेफिक माल में बाल कलाकारों ने राधा-कृष्ण के जीवन चरित पर मनोहर नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी।

इंदिरापुरम स्थित आम्रपाली सोसाइटी में देवस्थानम मंदिर सेवा समिति द्वारा जन्माष्टमी कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें बच्चों ने कृष्ण से जुड़े गीतों पर रंगारंग प्रस्तुति दी। इस मौके पर बड़ी संख्या में निवासियों ने भाग लिया।

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