10 दिन में धूल मुक्त होगी दिल्ली! एलजी ने अभियान चलाकर सफाई कराने का दिया निर्देश
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने धूल प्रदूषण से निपटने के लिए 10 दिवसीय अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। इस अभियान में एमसीडी पीडब्ल्यूडी सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग एनडीएमसी और जल बोर्ड शामिल होंगे। एलजी ने निर्देश दिया है कि इस अभियान को पूरे साल चलाया जाए। आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर एलजी पर हमला बोला है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, एनडीएमसी व जलबोर्ड को 10 दिन में धूल मुक्त दिल्ली अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया है कि इस अभियान को पूरे साल चलाया जाए।
राजनिवास अधिकारियों ने बताया कि एलजी ने धूल होने वाले वायु प्रदूषण को रोकने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए एक समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक में एलजी ने कहा कि सड़क से उड़ने वाली धूल से होने वाला प्रदूषण दिल्ली में वायु-प्रदूषण के प्रमुख कारणों में से है।
सड़कों पर जमा है मिट्टी और गाद
पिछले तीन-चार दिनों से वर्षा बंद होने के कारण सड़कों पर जमा मिट्टी और गाद हवा में उड़ रही है, जिससे वायु-प्रदूषण बढ़ रहा है। टूटी-फूटी सड़कें, बैक फ्लो होती सीवर लाइनें और गाद से भरे नालों के कारण सड़कों-फुटपाथों पर भारी मात्रा में कीचड़ एवं गाद जमा हो गई है।
ऐसे में एलजी ने सड़कों की देखरेख करने वाली एजेंसियों एमसीडी और पीडब्ल्यूडी को सड़कों से धूल साफ करने, धूल को सड़क पर जमा न रहने देने और उसे निर्धारित डंपिंग स्थलों पर डालने के निर्देश भी दिए हैं। इसी तरह नालियों और सीवर लाइनों की सफाई के लिए जिम्मेदार एजेंसियों एमसीडी, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली जलबोर्ड को आपसी समन्वय के साथ सड़कों से गाद तथा कीचड़ उठा कर इसका निपटान करने के लिए कहा है।
एलजी ने इस बात पर जोर दिया है कि बरसात होने पर भी सड़कों से मिट्टी व गाद हटाने का काम जारी रहना चाहिए, ताकि यह नालियों और सीवर लाइनों में जाकर गंदे पानी के फ्लो में रुकावट न बने।
पहले और बाद की तस्वीरें भेजनी होंगी राजनिवास
अधिकारियों ने बताया कि सभी विभागों और एजेंसियों को इस संबंध में तुरंत अपनी टीमें तैनात करने और पहले और बाद की तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से किए गए कार्यों को रिकॉर्ड करने के लिए भी कहा गया है। एलजी सचिवालय को नियमित रूप से इन कार्यों की स्थिति की जानकारी दी जाएगी। एलजी स्वयं इस अभियान के पहले चरण के पूरा होने के बाद स्थिति की समीक्षा करेंगे।