DTC जल्द नांगलोई डिपो से शुरू करेगी इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन, West Delhi के लोगों को मिलेगी सहूलियतें
डीटीसी जल्द नांगलोई डिपो से इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन शुरू करेगी। डीटीसी प्रबंधन ने कहा है कि नांगलोई डिपो विद्युतीकरण बस संचालन की सूची में सम्मिलित है। इसलिए इस डिपो को विद्युतीकरण बस संचालन में तब्दील करने के कारण नांगलोई डिपो की सभी सीएनजी बसों को दिल्ली परिवहन निगम के दूसरे संबंधित सीएनजी संचालित डिपो में 31 अगस्त से स्थानांतरित किया जा रहा है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) का इलेक्ट्रिक बसाें के लिए डिपो तैयार करने का क्रम जारी है। इसी क्रम में अब नांगलाेई डिपो को इलेक्ट्रिक बसों के लिए तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
डीटीसी प्रबंधन ने कहा है कि नांगलोई डिपो विद्युतीकरण बस संचालन की सूची में सम्मिलित है। इसलिए इस डिपो को विद्युतीकरण बस संचालन में तब्दील करने के कारण नांगलोई डिपो की सभी सीएनजी बसों को दिल्ली परिवहन निगम के दूसरे संबंधित सीएनजी संचालित डिपो में 31 अगस्त से स्थानांतरित किया जा रहा है। इससे भविष्य में ई-बसों के संचालन के लिए नागलोई डिपो को बिना किसी रुकावट के तैयार किया जा सके। डीटीसी ने कहा है कि बहुत जल्द नांगलोई डिपो से इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन शुरू हो जाएगा।
सीएनजी की अतिरिक्त बसों पर आपत्ति जताई
वहीं, दिल्ली परिवहन मजदूर संघ ने डीटीसी के सुनहरी पुला नाला डिपो में भेजी जा रहीं सीएनजी की अतिरिक्त बसों पर आपत्ति जताई है। संघ ने कहा है कि इस डिपो में 23 अगस्त से 138 बसों को वसंत विहार डिपाे से तथा गाजीपुर डिपो से 61 बसों को गत 24 अगस्त से परिचालन के लिये स्थानांतरित किया गया है।
198 बसों का परिचालन बिना किसी रखरखाव के
संघ के महामंत्री विजेंद्र सिंह ने कहा है कि कुल 198 बसों का परिचालन यहां से पिछले 10 दिनों में बिना किसी मरम्मत (रखरखाव) के हो रहा है जो कि डीटीसी चालक के साथ-साथ दिल्ली की आम जनता के जीवन के साथ भी खिलवाड़ है। इससे किसी भी अप्रिय घटना घटित होने की पूरी संभावना है। क्योंकि बसों के दिन प्रतिदिन रखरखाव का कार्य भी नहीं हो रहा है क्योंकि वहां पर निर्माता कंपनी की वर्कशाप नहीं है वहीं दूसरी ओर निर्माता कंपनी को करोड़ों की राशि निगम द्वारा इन बसों के परिचालन के बदले दी जाएगी।
उन्होंने कहा है कि उनके संगठन का अनुरोध है कि शीघ्र अति शीघ्र यहां पर बसों की मरम्मत का कार्य शुरू करवाया जाए जिससे आम जनता के बीच निगम की छवि खराब ना हो किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित होने से बचा जा सके।इसके अलावा दोषी अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर विभागीय कार्यवाही की जाए।