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Dussehra 2023: दिल्ली में कहीं पुतला बोलेगा हे राम, तो कहीं रावण के निकलेंगे आंसू

दिल्ली में विजयदशमी पर होने वाले पुतला दहन को आकर्षक और हाइटेक बनाने के लिए रामलीला समितियों ने इस बार कई प्रयोग किए हैं। इतना ही नहीं सनातन विरोधियों का भी पुतला जलाने की तैयारी की जा रही है। सोमवार शाम तक सभी रामलीला मैदानों में पुतले खड़े हो जाएंगे।

By Jagran NewsEdited By: Nitin YadavUpdated: Mon, 23 Oct 2023 10:35 AM (IST)
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Dussehra 2023: दिल्ली में कहीं पुतला बोलेगा हे राम, तो कहीं रावण के निकलेंगे आंसू।

चंद्र प्रकाश मिश्र, नई दिल्ली। विजयदशमी पर होने वाले पुतला दहन को आकर्षक और हाइटेक बनाने के लिए रामलीला समितियों ने इस बार कई प्रयोग किए हैं। इतना ही नहीं सनातन विरोधियों का भी पुतला जलाने की तैयारी की जा रही है। सोमवार शाम तक सभी रामलीला मैदानों में पुतले खड़े हो जाएंगे।

लवकुश रामलीला में हे राम बोलेगा रावण

इसमें लाल किला मैदान स्थित लवकुश रामलीला कमेटी ने ऐसा पुतला तैयार किया है, जो जलने के बाद हे राम बोलेगा। इसी तरह नवश्री धार्मिक लीला में श्रीराम का तीर रावण के पुतले की नाभि तक जाएगा और जब पुतला जल रहा होगा तो वह रोता हुआ नजर आएगा।

बुलंदशहर, मेरठ, गाजियाबाद और मुरादाबाद से आए कलाकार रामलीला कमेटियों के लिए इन पुतलों को तैयार कर रहे हैं। इन कलाकारों की कई पीढ़ियां पुतले बना रही हैं। खास बात यह है कि इस कार्य में लगे ज्यादातर कलाकार मुस्लिम हैं।

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मेरठ से आया है कागज

लाल किला मैदान स्थित लवकुश रामलीला के लिए पुतले बनाने का कार्य कर रहे गाजियाबाद के फारूकनगर से आए कलाकार मोहम्मद आजम अली ने बताया लगभग 35 वर्षो से पुतला बनाने का कार्य कर रहे हैं। टीम में 50 से ज्यादा लोग जुड़े हैं। हिंदू भाइयों के साथ धार्मिक कार्य कर गंगा- जमुनी तहजीब का संदेश दे रहे हैं।

पुतले में मेरठ का कागज व बरेली से बांस मंगाकर इस्तेमाल किया जाता है। हर वर्ष रामलीला में रावण दहन में नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल होता है। इस बार बढ़े प्रदूषण के कारण पटाखे का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

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110 फीट का होगा रावण का पुतला

100 फीट का मेघनाथ, कुंभकरण 105 फीट और रावण का पुतला 110 फीट का तैयार किया गया है। रावण की नाभि में एलईडी लाइट जलने के साथ तीर लगने पर आंख मटकाते हुए ध्वनि के प्रयोग से मुख से निकलेगा हे राम। इसी प्रकार लाल किला मैदान ही स्थित नवश्री धार्मिक लीला कमेटी में लगे पुतलों को 100 फीट तक का तैयार किया गया है। इसमें मंच से श्रीराम द्वारा रावण को उसकी नाभि में तीर मारने के दृश्य का इस तरह मंचन होगा कि श्रीराम के धनुष से निकला तीर पुतले तक जाएगा।

पुतले में नहीं होंगे पटाखे: कमेटी प्रवक्ता

कमेटी के प्रवक्ता राहुल शर्मा ने बताया कि पुतले में पटाखे नहीं है, लेकिन साउंट सिस्टम से इस तरह की ध्वनि होगी कि दर्शकों को पटाखे जलने की आवाज आएगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पुतले की आंखों तक जब आग पहुंचेगी तो दर्शकों को ऐसा प्रतीत होगा कि रावण रो रहा है। उसकी आंखों से आंसू की तरह रोशनी निकलेगी। वहीं, अभी से इन पुतलों को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है।

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