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DUSU Election 2023: हाथ में दिया फूल, बैलेट नंबर कराया याद... प्रत्याशी और समर्थकों ने ऐसे मांगे वोट

DUSU Election 2023 दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव सुबह 8.30 बजे से शुरू हो गया। मतदाताओं के साथ प्रत्याशी और उनके समर्थकों का जमावड़ा कालेज व विभाग के बाहर लग गया था। वे अलग-अलग तरीकों से अपने प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे थे। सभी अपने प्रत्याशी का बैलेट नंबर कई बार दोहराकर छात्रों को याद कराने का प्रयास कर रहे थे।

By Edited By: Abhi MalviyaUpdated: Sat, 23 Sep 2023 12:03 AM (IST)
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दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव सुबह 8.30 बजे से शुरू हो गया।

नई दिल्ली, उदय जगताप। DUSU Election 2023: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव सुबह 8.30 बजे से शुरू हो गया। मतदाताओं के साथ प्रत्याशी और उनके समर्थकों का जमावड़ा कालेज व विभाग के बाहर लग गया था। वे अलग-अलग तरीकों से अपने प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे थे। सभी अपने प्रत्याशी का बैलेट नंबर कई बार दोहराकर छात्रों को याद कराने का प्रयास कर रहे थे।

विध संकाय में एलसी में चुनाव लड़ रहे अपने प्रत्याशी के लिए छात्रों से समर्थन मांग रहीं भारती ने अनूठा तरीका अपनाया। वे हाथ में गुलाब लेकर उनसे मतदान करने की अपील करती दिखीं। इस दौरान विधि संकाय में मतदान के लिए आने वाले छात्रों को प्रत्याशी एक बैलेट नंबर को हाथ पकड़कर पांच बार दोहराकर मतदान करने के लिए अपील करते दिखे।

बैलेट नंबर की होती है अहम भूमिका

दरअसल, डीयू में होने वाले चुनाव में प्रत्याशियों के लिए बैलेट नंबर की अहम भूमिका होती है। छात्र संगठन चाहते हैं कि चुनाव के समय छात्रों को उनके प्रत्याशियों का बैलेट नंबर याद रहे। इसके अलावा कई कालेजों में प्रत्याशियों के नामों के पर्चे उड़ाकर प्रचार किया गया। हालांकि, एमसीडी परिसरों को साफ करती भी दिखी। इस दौरान एबीवीपी और एनएसयूआइ के पदाधिकारियों की सक्रियता दिखाई दी।

एबीवीपी के पदाधिकारी ने कहा, वे हर वर्ष मध्यम वर्गीय छात्र को अपना प्रत्याशी बनाते हैं। ताकी दूसरे राज्यों से आने वाले छात्रों का जुड़ाव उनसे हो सके। उन्होंने कहा, जितना हो छात्र संघ चुनाव में धनबल का उपयोग कम से कम होना चाहिए, जिससे आम छात्र भी चुनाव लड़ने के लिए खड़े हो सकें।

एबीवीपी के पदाधिकारियों के अलावा भाजपा के पार्षद, विधायक और पूर्व नेता भी चुनाव के दौरान सक्रिय रहे। एनएसयूआई और कांग्रेस के पदाधिकारी पल-पल की जानकारी लेते रहे।

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एनएसयूआइ ने लगाए शिक्षकों पर एबीवीपी के समर्थन के आरोप

भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने कालेजों में शिक्षकों पर एबीवीपी का समर्थन करने के आरोप लगाए। एनएसयूआइ के राष्ट्रीय सचिव और दिल्ली के प्रभारी नीतीश गौड़ ने कहा, विश्वविद्यालय प्रशासन के कई लोग एबीवीपी का साथ दे रहे हैं। कई कालेजों में प्रत्याशियों को अंदर नहीं जाने दिया। छात्रों को जबरन एबीवीपी को वोट डालने के लिए उकसाया गया।

कुछ कालेजों में छात्र नहीं कर सकेगे मतदान

कुछ कालेजों में छात्रों के आइडी कार्ड तैयार नहीं हुए थे। उनकी फीस की रसीद भी नहीं मिल सकी थी। इसके चलते वे वोट नहीं डाल पाए। दयाल सिंह कालेज के एक प्रोफेसर ने बताया कि उनके कालेज में कई छात्रों को फीस का लिंक नहीं मिला। इससे फीस जमा नहीं हो सकी। छात्र मतदान करने से वंचित रह गए। ऐसा कई कालेजों में हुआ है।

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