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हाशिम बाबा स्पेशल सेल की रिमांड पर, नादिर शाह हत्या मामला; लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर दिया था वारदात को अंजाम

Nadir Shah Murder नादिर शाह की हत्या मामले में हाशिम बाबा को दिल्ली की स्पेशल सेल ने रिमांड पर लिया है। जिसने लारेंस बिश्नोई के कहने पर हत्या की घटना को अंजाम दिया। नादिर को लगता था कि मेरी बड़े-बड़े पुलिस अधिकारियों तक पहुंच है इसलिए मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। अगर शाह को यह गलतफहमी न होती तो शायद वह मारा नहीं जाता।

By ajay rai Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Wed, 25 Sep 2024 02:24 PM (IST)
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Delhi News: नादिर शाह हत्या मामले में हाशिम बाबा को रिमांड पर लिया। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली के पाश इलाके ग्रेटर कैलाश में 12 सितंबर को जिम मालिक नादिर शाह की सरेआम हत्या कर देने के मामले में स्पेशल सेल ने मंडोली जेल में बंद यमुनापार के गैंगस्टर हाशिम उर्फ बाबा को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है। पुलिस को जांच से पता चला है की

लॉरेंस बिश्नोई ( Lawrence Bishnoi) के निर्देश पर हाशिम बाबा (Hashim Baba) और रोहित गोदारा ने अपने शूटरों के जरिए नादिर की हत्या कराई है। मंडोली जेल में बंद हाशिम दूसरे जेल में बंद लॉरेंस के लगातार टच में था। नादिर की हत्या की साजिश में कई पुराने बदमाशों की भूमिका का पता चला है, इसलिए पुलिस ने जांच के लिए देश से बाहर रह रहे कुणाल छाबड़ा और अनूप जुनेजा को भी नोटिस भेजा है।

हाशिम ने मंडोली जेल से नादिर शाह पर कराए थे हमले

पुलिस ने बताया कि हाशिम ने मंडोली जेल से नादिर शाह पर हमले का आदेश दिया था। मुख्य शूटर मधुर और राजू अभी भी फरार हैं। पुलिस ने बाबी उर्फ कबूतर की भी तलाश कर रही है, जो हाशिम का एक प्रमुख गुर्गा है उसी ने हत्या के लिए जरूरी सामान मुहैया कराया था।

पुलिस ने बताया कि छाबड़ा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा दर्ज कई मामलों में वांछित है और फरार चल रहा है। सेल ने एफबीआइ से मिले इनपुट के आधार पर छाबड़ा से जुड़े एक मामले की जांच शुरू कर दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह नेटवर्क राजौरी गार्डन में एक अवैध कॉल सेंटर चला रहा था।

पुलिस ने फरवरी में कॉल सेंटर का किया भंडाफोड़

वित्तीय सेवा फर्म के लिए तकनीकी सहायता के बहाने अमेरिकी नागरिकों के साथ बड़े पैमाने पर साइबर धोखाधड़ी में शामिल था। पुलिस ने फरवरी में कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान, कुणाल छाबड़ा का नाम उक्त अवैध काल सेंटर के मालिक के रूप में दर्ज किया गया था।

जांच में शामिल होने के निर्देश के साथ आरोपित के आवास पर कई नोटिस दिए गए, लेकिन वह जानबूझकर जांच एजेंसी के सामने पेश होने से बचता रहा। इसके बाद आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए। चारों ओर शिकंजा कसता देख छाबड़ा दुबई भाग गया था। अब, उसके इंडोनेशिया और पुर्तगाल के बीच आवागमन करने की जानकारी है।

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