इस बार दिल्लीवासी गर्मी का कर सकेंगे बेहतर तरीके से सामना, पहली बार हीट इंडेक्स की शुरुआत; रोज जारी होंगे बुलेटिन
दिल्ली के लोगों को गर्मी के सितम से बचाने के लिए पिछले साल प्रायोगिक तौर पर हीट इंडेक्स तैयार किया जा रहा था। प्रयोग में मिले आंकड़ों के विश्लेषण के बाद इस वर्ष इसे पूरी तरह से लागू कर दिया गया है। मौसम विभाग की ओर से प्रतिदिन जारी होने वाले बुलेटिन में हीट इंडेक्स को शामिल किया गया है।
राज्य ब्यूरो, दिल्ली। दिल्लीवासी इन गर्मियों में तपिश और उमस का सामना कहीं बेहतर ढंग से कर पाएंगे। पहली बार मौसम विज्ञान विभाग ने हीट इंडेक्स की शुरुआत की है। हीट इंडेक्स के आधार पर ही मौसम विभाग सहनीय और असहनीय मौसम का अलर्ट भी जारी करेगा।
दिल्ली में अप्रैल से गर्मी बढ़ने लगती है और आमतौर पर सितंबर के महीने तक गर्म मौसम बना रहता है। खास बात यह है कि अप्रैल से लेकर जून के मध्य तक ज्यादा तापमान की वजह से लोगों को गर्मी महसूस होती है। जबकि, जून मध्य के बाद से जुलाई और अगस्त के महीने में नमी का स्तर बढ़ा होने से उमस होती है और इसके चलते गर्मी पहले से ज्यादा असहनीय हो जाती है।
हीट इंडेक्स तैयार किया जा रहा
लोगों को गर्मी के इसी सितम से बचाने के लिए पिछले साल प्रायोगिक तौर पर हीट इंडेक्स तैयार किया जा रहा था। प्रयोग में मिले आंकड़ों के विश्लेषण के बाद इस वर्ष इसे पूरी तरह से लागू कर दिया गया है। मौसम विभाग की ओर से प्रतिदिन जारी होने वाले बुलेटिन में हीट इंडेक्स को शामिल किया गया है।
कैसे तैयार होता है हीट इंडेक्स
हीट इंडेक्स तीन कारकों पर यह निर्भर होता है कि हमें किसी खास वक्त में कितनी गर्मी महसूस होगी। अधिकतम तापमान इसका सिर्फ एक पहलू है। वायु मंडल में नमी का स्तर और हवा की गति भी इसे बहुत ज्यादा प्रभावित करती है। हीट इंडेक्स तैयार करने में शहर के अलग-अलग केंद्रों में अधिकतम तापमान के स्तर, हवा में नमी का स्तर और हवा की गति को शामिल किया जाता है।
उमस भरी गर्मी होती है सबसे असहनीय
ज्यादा तापमान होने पर आमतौर पर लोग छाया में या घर के अंदर रहकर राहत पाते हैं। लेकिन, हवा की गति कम और उमस ज्यादा हो तो लोगों को ज्यादा परेशानी महसूस होती है। ऐसे में अगर लोगों को पता हो कि ऐसा असहनीय मौसम कब होने वाला है तो वे पहले से तैयारी कर सकते हैं। मौसम विभाग की ओर से नियमित हीट इंडेक्स जारी करने के साथ ही अगले दिन के हीट इंडेक्स का पूर्वानुमान भी जारी करने की शुरुआत की गई है।
जून के दूसरे पखवाड़े से लेकर जुलाई और अगस्त में नमी का स्तर बढ़ जाता है। उस समय तापमान भी अधिक होता है। ऐसी हालत में हीट इंडेक्स की जानकारी लोगों को गर्मी एवं उमस का सामना करने के लिए ज्यादा तैयार होने में मदद करेगी। - कुलदीप श्रीवास्तव, निदेशक, प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र
कितने हीट इंडेक्स पर मिलेगा कौन सा अलर्ट
0 से 40 तक | हरा रंग | कोई चेतावनी नहीं |
40 से 50 तक | पीला रंग | जागरुक रहें |
50 से 60 तक | आरेंज रंग | तैयार रहें-जानकारी लेते रहें |
60 से ऊपर | लाल रंग | सतर्क रहें-सावधानी बरतें |