दिल्ली में इंडियल ऑयल की पाइपलाइन से तेल की बड़ी चोरी, 40 मीटर लंबी सुरंग बनाकर ड्रामों में भर रहे थे तेल
दिल्ली से पानीपत जा रही इंडियन ऑयल (Indian Oil) की पाइपलाइन से तेल की चोरी के आरोप में द्वारका जिला पुलिस ने पोचनपुर निवासी राकेश को गिरफ्तार किया है। पाइपलाइन से चोरी के मामले का पता तब चला जब इंडियन ऑयल प्रबंधन ने निरीक्षण के दौरान पाया कि पाइपलाइन में पोचनपुर गांव के आसपास से प्रवाहित हो रहे तेल का दबाव कम हो रहा है।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। दिल्ली से पानीपत जा रही इंडियन ऑयल (Indian Oil) की पाइपलाइन से तेल की चोरी के आरोप में द्वारका जिला पुलिस ने पोचनपुर निवासी राकेश को गिरफ्तार किया है। पाइपलाइन से चोरी के मामले का पता तब चला जब इंडियन ऑयल प्रबंधन ने निरीक्षण के दौरान पाया कि पाइपलाइन में पोचनपुर गांव के आसपास से प्रवाहित हो रहे तेल का दबाव कम हो रहा है।
इससे अंदाजा लगाया गया कि तेल का कहीं न कहीं रिसाव हो रहा है, जिसके बाद चोरी की आशंका जताई गई। मामले से पुलिस को अगवत कराया गया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपित तक पहुंची। मामले की छानबीन जारी है।
पाइपलाइन में किए कई जगह सुराख
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन ने बताया कि पाइपलाइन में जिस जगह से चोरी की बात इंडियन ऑयल कर्मियों ने पुलिस को बताई, उस जगह पुलिस टीम ने खोदाई की तो पाया कि मुख्य पाइपलाइन में कई जगह सुराख किए गए थे। इस पाइपलाइन को एक वॉल्व द्वारा प्लास्टिक की पाइपलाइन से जोड़ा गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए द्वारका सेक्टर-23 थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। मामले में स्थानीय थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुनील कुमार और वाहन चोरी निरोधक दस्ते के प्रभारी इंस्पेक्टर कमलेश के नेतृत्व में टीम को आरोपितों को पकड़ने व छानबीन की जिम्मेदारी दी गई।
खोदी गई 40 मीटर लंबी सुरंग
छानबीन के दौरान पुलिस ने पाया कि मुख्य पाइपलाइन तक पहुंचने के लिए आरोपितों ने करीब 40 मीटर लंबी सुरंग खोदी थी। इस सुरंग से प्लास्टिक की पाइपलाइन गुजरती थी। प्लास्टिक की पाइपलाइन के माध्यम से ही तेल आरोपितों तक पहुंचता था। 40 मीटर की लंबाई वाले हिस्से के प्लॉट का मालिक राकेश नामक शख्स का है। पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया।
तेल निकाल कर ड्राम में भरने का रात को होता था काम
अभी तक की छानबीन में सामने आया है कि आरोपित रात के समय पाइपलाइन से तेल निकालकर उसे छोटे-छोटे ड्रम में भरते थे। बड़े ड्रम का इस्तेमाल इसलिए नहीं होता था ताकि किसी को संदेह नहीं हो। पुलिस के अनुसार, पाइपलाइन में कम दबाव की शिकायत 14 सितंबर से सामने आई, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि तेल चोरी का काम बहुत लंबे समय से नहीं हो रहा था। कुछ ही समय पहले चोरी की शुरुआत हुई थी।
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अन्य आरोपितों की तलाश
राकेश की गिरफ्तारी के बाद उससे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस अब इस मामले में अन्य आरोपितों की तलाश में जुटी है। पुलिस के अनुसार, आरोपित तेल किन्हें और किस कीमत पर बेचते थे, इसका पता लगाया जा रहा है।