Delhi Crime: 95 आपराधिक वारदात में शामिल वाहन चोर गिरफ्तार, छह लग्जरी कारें बरामद
Delhi Crime News दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से छह लग्जरी कार कार का लॉक तोड़ने का उपकरण डमी चाबी मोबाइल आदि सामान बरामद हुआ है। पुलिस का दावा है कि आरोपी की गिरफ्तारी से छह मामलों को हल कर लिया गया है। आरोपी पर पहले से ही 95 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। पश्चिमी जिले की एटीएस ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के गोविंदपुरम के इस्तियाक उर्फ सुक्खा के रूप में हुई है। वह पहले भी वाहन चोरी, चोरी, आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास और मकोका जैसे 95 से अधिक आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
आरोपी के पास से छह लग्जरी कार, कार का लॉक तोड़ने का उपकरण, डमी चाबी मोबाइल, आदि सामान बरामद हुआ है। पुलिस का दावा है कि आरोपी की गिरफ्तारी से छह मामलों को हल कर लिया गया है।
पुलिस को पहले ही मिल गई जानकारी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एटीएस टीम को जानकारी मिली थी कि सीमापुरी इलाके में वाहन चोर आने वाला है। पुलिस ने सीमापुरी की निसरिया माजिद के पास जाल बिछाया। इस दौरान टोयोटा फॉर्च्यूनर कार आई।
चोरी की कार पर था फर्जी नंबर
पुलिस कर्मियों ने जब उसे रोकने की कोशिश की तो वह कट मारकर भाग गया। पुलिस कर्मियों ने उसका दो किलोमीटर तक पीछा किया और उसे पकड़ लिया। कार को इस्तियाक चला रहा था। जांच के दौरान पता लगा कि कार चोरी की है और इस पर फर्जी नंबर लगाया हुआ है।
जब कार की तलाशी ली गई तो उससे कार का लॉक तोड़ने के उपकरण, कार की तीन डमी चाबी, मोबाइल आदि सामान बरामद हुआ।
इलाकों से पांच लग्जरी कारें बरामद
इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी निशानदेही पर अलग-अलग इलाकों से पांच लग्जरी कार बरामद की गई। जांच के दौरान पता लगा कि आरोपी 85 से ज्यादा आपराधिक मामलों में शामिल रहा है। इनमें से करीब 80 मामले वाहन चोरी के हैं।
कार से म्यूजिक सिस्टम चुराने पर गया था जेल
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह अपने साथी वसीम और सिकंदर के साथ वाहन चोरी करता था। वर्ष 2023 में वह कार का म्यूजिक सिस्टम चुराने के मामले में जेल में गया था। इसके बाद उसकी मुलाकात वसीम और सिकंदर नाम के दो लोगों से हुई, जो कारें चुराते थे, उनकी नंबर प्लेट बदलते थे और उन्हें अलग-अलग शहरों में बेच देते थे।
जेल से छूटने के बाद आरोपी ने वसीम और सिकंदर के साथ मिलकर दिल्ली के अलग-अलग स्थानों से महंगी कारें चोरी करना शुरू कर दिया और उन्हें वापस मेरठ और गाजियाबाद ले जाकर उनकी नंबर प्लेट बदलकर वसीम और सिकंदर की मदद से अच्छे दामों पर बेच देते थे।
कार बेचने से मिलने वाले पैसों को वह आपस में बांट लेते थे। वह वसीम और सिकंदर के साथ दिन में दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर रेकी करता था। रात होने पर वे तीनों मिलकर और कभी-कभी वह अकेला दिल्ली में कार चोरी करने आता था।
वह अपने पास कई उपकरण रखता था, जिसकी मदद से वह गाड़ियों के लाक की डुप्लीकेट चाबियां बनाता था। दो दिन पहले उसने सिकंदर और वसीम की मदद से नारायणा विहार से सफेद रंग की फॉर्च्यूनर कार चोरी की थी। पुलिस उसके साथियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।