Blasphemy Law: पाकिस्तान में ईशनिंदा पर क्यों मचा बवाल? कानून के खिलाफ जाने वालों को मिलती है सजा-ए-मौत
Pakistan पंजाब के फैसलाबाद जिले के जरनवाला शहर में बुधवार को ईशनिंदा के आरोप में गुस्साई भीड़ ने 21 चर्चों और ईसाइयों के 35 घरों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। हिंसा भड़कने के एक दिन बाद गुरुवार को पंजाब पुलिस ने कम से कम 140 लोगों को गिरफ्तार किया और पांच मामले दर्ज किए। पढ़ें ईशनिंदा पर क्यों हो रहा है बवाल?
इस्लामाबाद, ऑनलाइन डेस्क। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों को हमेशा से निशाना बनाया जाता रहा है और इन दिनों ईसाई समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में ईसाई समुदाय के घरों और उनके चर्चों को तोड़ा जा रहा है।
दरअसल, पाकिस्तान की पुलिस ने ईशनिंदा के आरोप में ईसाई समदुाय के दो लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार लोगों ने कुरान का अपमान किया है। स्थानीय लोगों का कहना है ईसाई समुदाय के बीच डर का माहौल है, क्योंकि लगातार उनके ऊपर हमले हो रहे हैं। कई लोग अपना घर छोड़कर भाग गए हैं।
पाकिस्तान में ईशनिंदा पर क्यों मचा है बवाल?
पाकिस्तान में ईशनिंदा एक गंभीर आरोप है। चूकिं पाकिस्तान एक मुस्लिम बहुल देश है और इस्लाम में ईशनिंदा करने वालों को मृत्युदंड तक का भी सामना करना पड़ सकता है। पाकिस्तान में ईशनिंदा हमेशा से एक संवेदनशील मुद्दा रहा है। ईशनिंदा की वजह से दंगा और हिंसा देखी गई है। पाकिस्तान में कई बार देखा गया है कि ईशनिंदा के आरोप में राजनेताओं, वकीलों और आम लोगों की हत्या कर दी गई है।
पाकिस्तान में ईशनिंदा का मुद्दा कितना व्यापक?
पाकिस्तान में ईशनिंदा का मुद्दा काफी व्यापक है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2011 में जब पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर ने ईशनिंदा कानूनों में सुधार की बात की, तो उनके बॉडीगार्ड ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद से इस मुद्दे पर बहस ही बंद हो गई।
पाकिस्तान में ईशनिंदा पर क्या कहता है कानून?
पाकिस्तान में ईरान के बाद दुनिया का दूसरा सबसे सख्त ईशनिंदा से जुड़े कानून है। पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोपी को मौत की सजा देने का प्रावधान है। एक रिपोर्ट के अनुसार, ईशनिंदा का अपमान करने के लिए 1500 से अधिक पाकिस्तान के लोग आरोपित बन चुके हैं। वहीं, करीब 53 लोग इसके तहत गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
पंजाब प्रांत में ईशनिंदा के मामले काफी ज्यादा सामने आए हैं। पंजाब में पिछले 36 साल में 75 प्रतिशत से अधिक ईशनिंदा के मामले पाए गए हैं। वहीं, ईशनिंदा के मामलों की सुनवाई करने वाले जजों को कठोर सजा सुनाने के लिए दबाव का सामना करना पड़ता है।
पाकिस्तान में अब तक क्या हुआ?
पंजाब प्रांत के फैसलाबाद जिले के जरनवाला शहर में बुधवार को ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने ईसाई समुदाय पर हमला बोला। गुस्साई भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप में 21 चर्चों और ईसाइयों के 35 घरों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। वहीं, इस मामले में करी 140 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।