LAHDC Kargil Election Results: कारगिल पर्वतीय परिषद पर NC-कांग्रेस का कब्जा, उमर अब्दुल्ला ने दिया ये रिएक्शन
भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर कारगिल हिल काउंसिल चुनाव में उतरने का समझौता करने वाली नेकां व कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मजबूत हुए हैं। 17 सीटों पर दोनों दलों के प्रत्याशी आमने सामने थे। ऐसे में उनका गठजोड़ महज मजबूरी थी। पिछली बार नेकां ने 10 और कांग्रेस ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की थी। उनके गठजोड़ के कारण निर्दलीय प्रत्याशी भी सिमट गए।
भाजपा का आधार बढ़ा
चुनाव पूर्व समझौता कर मजबूत हुए नेकां-कांग्रेस
भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर कारगिल हिल काउंसिल चुनाव में उतरने का समझौता करने वाली नेकां व कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मजबूत हुए हैं। 17 सीटों पर दोनों दलों के प्रत्याशी आमने सामने थे। ऐसे में उनका गठजोड़ महज मजबूरी थी। पिछली बार नेकां ने 10 और कांग्रेस ने आठ सीटों पर जीत दर्ज की थी। उनके गठजोड़ के कारण निर्दलीय प्रत्याशी भी सिमट गए। नेकां की ओर से प्रचार की कमान उमर अब्दुल्ला ने संभाली थी। वहीं, कांग्रेस के लिए राहुल गांधी ने भी भारत जोड़ो यात्रा को विस्तार देते हुए कई दिन का दौरान किया था।जीत से उत्साहित नेशनल कान्फ्रेंस उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला का कहना है-वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा-भाजपा को नेकां-कांग्रेस गठबंधन के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। यह भगवा पार्टी के लिए एक चेतावनी है। चुनाव के जरिये कारगिल के लोगों ने जम्मू-कश्मीर के विभाजन के खिलाफ एक संदेश दिया है। यह परिणाम उन सभी ताकतों और पार्टियों को एक संदेश है, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को जनता की सहमति के बिना विभाजित किया है।
यह राहुल गांधी द्वारा पिछले महीने लद्दाख में भारत जोड़ो यात्रा का सीधा असर है। राष्ट्रीय मीडिया इसे भले ही खारिज कर दे, लेकिन कारगिल हिल काउंसिल के चुनावों के परिणामों से पता चलता है कि कांग्रेस अब भाजपा के लगभग पूर्ण सफाए के साथ आगे चल रही है।