ईवीएम में किसी प्रकार छेड़छाड़ संभव नहीं : पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त
देश में आज भी बहुत-से लोग मानते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ छेड़छाड़ किया जा सकता है जबकि ऐसा संभव नहीं है। यह काफी सुरक्षित है। इसके साथ छेड़छाड़ संभव नहीं है। इससे जुड़ी कई प्रकार की फर्जी खबरों को भी देखा जा गया है।
चंडीगढ़। देश में आज भी बहुत-से लोग मानते हैं कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ छेड़छाड़ किया जा सकता है, जबकि ऐसा संभव नहीं है। यह काफी सुरक्षित है। इसके साथ छेड़छाड़ संभव नहीं है। इससे जुड़ी कई प्रकार की फर्जी खबरों को भी देखा जा गया है। देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने यह बात मंगलवार को विश्वास न्यूज 'सच के साथी : विधानसभा चुनाव 2022' अभियान की पंजाब केंद्रित वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में कही। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने आगे कहा कि ईवीएम में काफी सेफगार्ड हैं। इसलिए ईवीएम पर शक करने की कोई आवश्यकता नहीं है। ईवीएम का मामला दो बार सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा, लेकिन आज तक कोई भी इसके साथ छेड़छाड़ को साबित नहीं कर पाया।
देश की अग्रणी फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज 'सच के साथी : विधानसभा चुनाव 2022' अभियान के तहत बुधवार को पंजाब के मतदाताओं के बीच था। कार्यक्रम में प्रतिभागियों से रूबरू होते हुए पंजाब सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर राघवेंद्र पी तिवारी ने कहा कि सही सूचना का समाज तक पहुंचना आवश्यक है, क्योंकि इसका प्रभाव समाज पर पड़ता है। कोविड के दौरान कई जगह यह देखने को मिला कि लोग वैक्सीन से बचते नजर आए। ऐसे ही चुनाव के दौरान भी लोग मतदान से बचते हैं। इसके लिए कहीं न कहीं फेक न्यूज भी जिम्मेदार है। ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम लोगों को अधिक से अधिक मतदान के लिए जागरूक करें।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के मीडिया स्टडीज के डायरेक्टर व प्रोफेसर डॉ. त्रिशु शर्मा ने कहा कि स्कूलों से लेकर यूनिवर्सिटी तक में फैक्ट चेकिंग की ट्रेनिंग देने की आवश्यकता है। कभी भी बिना चेक किए कोई मैसेज आगे नहीं बढ़ाना चाहिए। कार्यक्रम में डॉक्टर रूबल कनौजिया ने अपनी बात रखते हुए कहा कि सामान्य खबरों की तुलना में अफवाहें ज्यादा तेजी से फैलती हैं। इसे रोकने की आवश्यकता है। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डॉक्टर एमके शर्मा ने वेबिनार में कोविड के दौरान सुरक्षित रहते हुए मतदान कैसे करें, के बारे में जानकारी दी। विश्वास न्यूज के फैक्ट चेकर अभिषेक पराशर और ज्योति कुमारी ने वेबिनार का संचालन करते हुए भ्रामक और झूठी खबरों को पहचानने, अफवाहों से सावधान रहने के उपाय और टिप्स की जानकारी दीं।
गौरतलब है कि दैनिक जागरण समूह की फैक्ट चेकिंग वेबसाइट 'विश्वास न्यूज' अपने इस खास अभियान के जरिये 15 फरवरी से 5 मार्च 2022 तक उत्तर प्रदेश (लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी शहर) और पंजाब (चंडीगढ़) के मतदाताओं को जागरूक करने का कार्य कर रही है। विश्वास न्यूज वेबिनार के माध्यम से मतदाताओं को चुनाव में फैलने वाली फर्जी खबरों, दुष्प्रचार और अफवाहों को पहचान कर रोकने का प्रशिक्षण दे रही है। पंजाब के मतदाताओं के लिए दूसरी वेबिनार 18 फरवरी को फिर से आयोजित की जाएगी। इससे जुड़ने के लिए आप विश्वास न्यूज की वेबसाइट ( www.vishvasnews.com) पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।