Fact Check: बांग्लादेश के एयरपोर्ट पर पहुंची भारतीय सेना! भड़काऊ दावे के साथ वीडियो वायरल; जानें पूरा मामला
Fack Check बांग्लादेश में सोशल मीडिया में एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें एयरपोर्ट पर सुरक्षा बल के जवान देखे जा सकते हैं। वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि ये जवान भारतीय सेना के हैं। साथ ही देश में भारतीय दखल के भड़काऊ दावे वीडियो के साथ किए जा रहे हैं। जानिए क्या है इसकी पूरी सच्चाई।
ऑनलाइन डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश में जारी हिंसा और अंतरिम सरकार की गठन की कोशिशों के बीच सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें किसी एयरपोर्ट पर सुरक्षा बलों की गतिविधि देखी जा सकती है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो बांग्लादेश में एयरपोर्ट्स पर भारतीय सेना की मौजूदगी का है। कई यूजर्स इसे बांग्लादेश की सुरक्षा में भारतीय दखल के भड़काऊ दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को गलत पाया, जिसे बांग्लादेश में सियासी उथल-पुथल के बीच राजनीतिक दुष्प्रचार के तौर पर शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो में नजर आ रहे सुरक्षा बल भारतीय सेना के जवान नहीं, बल्कि आर्म्ड पुलिस बटालियन (एपीबी) के जवान हैं, जो हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा संभालते हैं।
गलत निकला दावा
दोनों वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को विश्वास न्यूज ने गौर से देखा और पाया कि इसमें नजर आ रहे जवानों की वर्दी भारतीय सेना से मेल नहीं खाती है। वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर एयरपोर्ट आर्म्ड पुलिस बटालियन का वेरिफाइड फेसबुक पेज मिला। पेज के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, एयरपोर्ट आर्म्ड पुलिस बटालियन, बांग्लादेशी सुरक्षा बल है, जो हजरत शाहजलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा करती है।
पड़ताल में सामने आई सच्चाई
वायरल पोस्ट में जिन तस्वीर को साझा किया गया है, उसमें नजर आ रहा लोगो वायरल वीडियो में नजर आ रहे सुरक्षा बलों की वर्दी पर नजर आ रही है। सोशल मीडिया सर्च में शेयर किया हुआ समान वीडियो मिला, जिसके साथ बताया गया है कि यह ढाका एयरपोर्ट का वीडियो है, जहां नजर आ रहे सुरक्षा बल आर्म्ड पुलिस बटालियन (एपीबी) के जवान हैं।
पड़ताल से साफ है कि वायरल वीडियो में नजर आ रहे सुरक्षा बल बांग्लादेशी सुरक्षा बल से संबंधित है, न कि भारतीय सेना या भारतीय खुफिया एजेंसी के जवान हैं। वायरल दावे की विस्तृत फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज की वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।