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Haryana Crime: अंबाला में जिम ट्रेनर ने दोस्तों संग मिलकर किया था डबल मर्डर, महज 5 दिन में पुलिस ने सुलझाई गुत्थी

अंबाला Haryana Crime के फाइनेंसर संजय जोशी और उनकी पत्नी इंजीनियर पारुल गुप्ता हत्याकांड की अनसुलझी गुत्थी को पुलिस ने केवल पांच दिन के भीतर सुलझा दिया है। इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया जहां कोर्ट ने उन्हें चार दिन की रिमांड पर भेज दिया।

By Jagran News Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Wed, 04 Sep 2024 05:49 PM (IST)
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पुलिस ने सुलझाई अंबाला डबल मर्डर की गुत्थी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

जागरण संवाददाता, अंबाला। फाइनेंसर संजय जोशी और उनकी पत्नी इंजीनियर पारुल गुप्ता हत्याकांड की अनसुलझी गुत्थी को पुलिस ने पांच दिन के भीतर सुलझा दिया। इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने के साथ-साथ पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले तीनों आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

आरोपितों में अंबाला शहर जैन कॉलेज रोड शालीमार कालोनी निवासी जिम संचालक एवं ट्रेनर देवेश उर्फ देवांश, कैथ माजरी निवासी मन्नी उर्फ साहिल और राजस्थान के भरतपुर निवासी सुनील शामिल हैं।

4 दिन की रिमांड पर भेजे गए आरोपी

तीनों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें चार दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है। मुख्य हत्यारोपित देवेश ने हत्या की साजिश रची जबकि साहिल और सुनील ने उसका साथ दिया। देवेश फाइनेंसर संजय से रंजिश रखता था। तीनों किराये पर मकान लेने के बहाने संजय जोशी के घर गए थे। तीनों दो-तीन बार पहले भी मकान देखने के बहाने उनके घर जा चुके थे।

वारदात के दिन तीनों किराये पर मकान लेने के लिए मोल-भाव के बहाने घर में गए थे। इसीलिए संजय और उसकी पत्नी को हत्यारोपित के इरादों पर जरा भी शक नहीं हुआ क्योंकि वह पहले भी घर में आ चुके थे। संजय जोशी ने फर्स्ट फ्लोर को किराये पर देने का नोटिस घर के मुख्य प्रवेश गेट पर ही चस्पा किया हुआ था।

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रुपयों का दिया था दोनों हत्यारोपितों को लालच

पुलिस के अनुसार मुख्य हत्यारोपित देवेश ने इस वारदात के लिए अपने दोस्त मन्नी उर्फ साहिल और साहिल ने अपने दोस्त सुनील को रुपयों का लालच दिया था। देवेश ने उन्हें बताया था कि संजय जोशी करोड़पति फाइनेंसर है। उसकी हत्या के बाद घर से जो भी रुपये मिलेंगे और गहने मिलेंगे वह सब उन्हें दे देगा। इसी लालच में आकर दोनों उसके साथ शामिल हो गए।

15 लाख रुपये का कर्ज बना हत्या का कारण

बताया जा रहा है कि जिम संचालक देवेश के चचेरे भाई विकास शर्मा ने करीब डेढ़ साल पहले घर में ही आत्महत्या कर ली थी। सूत्रों की मानें तो देवेश के चचेरे भाई विकास ने संजय से करीब दो लाख रुपये का कर्ज लिया था। लेकिन वह कर्ज संजय ने 15 लाख रुपये बना दिया था। इसी दबाव के चलते विकास ने आत्महत्या कर ली थी। लिहाजा अपने भाई की मौत का बदला लेने के लिए देवेश मौके का इंतजार कर रहा था।

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हालांकि, पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की। एएसपी सृष्टि गुप्ता की मानें तो देवेश संजय जोशी से रंजिश रखता था। रंजिश किस बात की रखता था यह रिमांड के दौरान ही पता चलेगा। जहां तक चचेरे भाई की आत्महत्या की बात है तो गुप्ता ने कहा कि इस मामले का भी पूछताछ के दौरान ही खुलासा हो सकेगा।

इस तरह हुआ हत्या का राजफाश

बता दें कि गत गुरुवार को पारुल गुप्ता के मामा कृष्ण सिंगला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उसकी बहन अनीता ने गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे उसे फोन कर पारुल के घर जाने के लिए कहा था। क्योंकि पारुल और संजय का फोन बुधवार रात आठ बजे से बंद आ रहा था।

कृष्ण सिंगला घर पहुंचा तो ताला लगा था। इसके बाद उसने अपने भांजे हन्नी से बात की तो हन्नी ने अपने मामा को गेट फांदकर अंदर जाने के लिए कहा था। गेट फांदकर कृष्ण सिंगला अंदर गए तो दरवाजा खुला था। ड्राइंग रूम में संजय का शव तो बेड रूम में पारुल का शव पड़ा था।

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संजय जोशी को देवेश ने उतारा था मौत के घाट

पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ के दौरान आरोपित देवेश ने बताया कि उसने ही संजय जोशी की हत्या की। पहले उसने संजय का गला घोटा और इसके बाद मौत की पुष्टि के लिए चाकू से गला रेत दिया। एएसपी के अनुसार देवेश वारदात को अंजाम देने के लिए चाकू अपने साथ ही लेकर आया था। उधर पारुल गुप्ता दूसरे कमरे में थी जहां पर सन्नी और साहिल दोनों ने प्रेस की तार से उसका गला घोटकर उसकी भी हत्या कर दी।

हत्या के बाद देवेश ले गया था सीसीटीवी

हत्या को अंजाम देने के बाद देवेश घर में दोबारा आया और घर में लगे दोनों सीसीटीवी कैमरे को उतारकर ले गया था। इतना ही नहीं संजय और पारुल दोनों के मोबाइल फोन भी हत्यारोपित ही साथ ले गया था। चूंकि उन्हें शक था कि इन्हीं में पूरे हत्याकांड की रिकार्डिंग हो सकती है।

अब रिमांड के दौरान पुलिस चोरी किए गए चारों मोबाइल फोन, सीसीटीवी और वारदात में प्रयुक्त चाकू आरोपितों से काबू करेगी। साथ ही यह भी जानने का प्रयास करेगी कि रंजिश किस बात की थी।

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