Haryana panchayat Poll: ऐसी पंचायत जहां नहीं मिला विरोधी, दूसरी बार निर्विरोध चुना गया सरपंच
गांव कुशलपुरा में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित पंचायत लगातार दूसरी बार निर्विरोध पंचायत बन गई है। यहां पूर्व सरपंच सत्यवान ओला की पहल पर 31 वर्षीय नौजवान प्रदीप को सरपंच चुन लिया गया। प्रदीप के खिलाफ गांव के किसी भी मतदाता ने फार्म नहीं लगाया।
मदन श्योराण, ढिगावामंडी। भिवानी जिले के लोहारू उपमंडल के गांव कुशलपुरा में अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित पंचायत लगातार दूसरी बार निर्विरोध पंचायत बन गई है। यहां पूर्व सरपंच सत्यवान ओला की पहल पर 31 वर्षीय नौजवान प्रदीप को सरपंच चुन लिया गया। प्रदीप के खिलाफ गांव के किसी भी मतदाता ने फार्म नहीं लगाया। जिले की ये एक ऐसी पंचायत है जहां लगातार दूसरी बार सरपंच सहित सात पंचों के खिलाफ कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं आया।
जिले की पहली दूसरी बार निर्विरोध पंचायत
लोहारू उपमंडल के गांव कुशलपुरा पंचायत के मतदाताओं ने पंचायत की राजनीति से गांव के विकास को प्राथमिकता दी है। इस पंचायत ने मिसाल कायम की है यह जिले की पहली पंचायत है जिसमें लगातार दूसरी बार निर्विरोध पंचायत है। बीए पास व हेल्थ डिपार्टमेंट में डिप्लोमा पास आउट अनुसूचित जाति वर्ग युवा प्रदीप को गांव के बुद्धजीवी मतदाताओं ने चुना है। इसके साथ ही सात पंच भी निर्विरोध चुने गए।
सरकार की ओर से 15 लाख रुपए की इनाम राशि
पंचायती राज अधिनियम के तहत प्रदेश की जिस पंचायत का सरपंच पद निर्विरोध होगा, वहां की ग्राम पंचायत को प्रदेश सरकार द्वारा 15 लाख रुपए की इनाम राशि दी जाएगी। इसी तरह जहां पंच के सभी वार्ड निर्विरोध होंगे। उनको भी प्रोत्साहन राशि देकर पंचायत का विकास कार्य कराया जाएगा।
गांव के युवा सरपंच प्रदीप का कहना है कि 10 साल पहले तक गांव में लड़ाई झगड़े होते रहते थे उसके बाद करीब 9 साल पहले गांव में बालाजी मंदिर का निर्माण हुआ, मूर्ति स्थापना के बाद गांव में भाईचारा इस तरह बना कि वह अब मिसाल बन गया है। ग्रामीणों के आपसी भाईचारे के कारण ही लगातार दूसरी बार गांव में निर्विरोध पंचायत चुनी गई है। उनका कहना है कि युवाओं के लिए खेल, विद्यार्थियों के लिए शिक्षा, महिला व बेटियों के लिए सुरक्षा ही हमारी प्राथमिकता रहेगी।