माकड्रिल कर तीसरी लहर में मरीजों को इलाज देने की तैयारियां परखीं
स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए रविवार को स्वास्थ्य सेक्टर दस जिला अस्पताल में माकड्रिल की।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना महामारी की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए रविवार को स्वास्थ्य सेक्टर दस जिला अस्पताल में माकड्रिल की। इस दौरान मरीजों को बेहतर और तुरंत इलाज देने की तैयारियों को परखा गया। ऐसा पहली बार है कि महामारी से निपटने के लिए माक ड्रिल की गई। दूसरी लहर के कहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग इस बार हर स्तर पर तैयारी कर रहा है ताकि मरीजों को जल्द इलाज मिल सके।
सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने कहा कि अगर गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ती है तो सभी को इलाज मिलने के साथ जल्द इलाज मिले यह सुनिश्चित करने के लिए माकड्रिल की कई है। एंबुलेंस द्वारा मरीजों को लाया गया और इमरजेंसी वार्ड में पहुंचाने के लिए मरीज की सहायता करने से लेकर मरीज के स्वास्थ्य की जांच करना और यह तय करना कि किसे दवा देने से इलाज हो जाएगा और कौन मरीज गंभीर हैं उन्हें तुरंत आइसीयू या अन्य अस्पताल में शिफ्ट करने पर काम करना है। जिन मरीजों को आक्सीजन की जरूरत है उनको सबसे पहले जांच कर आक्सीजन उपलब्ध कराना है।
डा. यादव ने कहा कि आक्सीजन उत्पादन में स्वास्थ्य विभाग आत्मनिर्भर बन गया है। जिला स्वास्थ्य विभाग के पास आज 2850 प्रति मिनट लीटर आक्सीजन गैस उत्पादन किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के पास हजार के करीब आक्सीजन सिलेंडर भरने की सुविधा है। डा. यादव ने कहा कि सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में मिलाकर छह हजार से अधिक बेड की सुविधा तैयार है और सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीज को अन्य अस्पताल में पहुंचाने की तैयारी की गई। इस मौके पर डा. मनीष राठी, डा. काजल कुमुद, डा. नीरज यादव,डा. नीरज मेहता और अन्य डाक्टर तथा अन्य स्टाफ उपस्थित थे।