गुड़गांव की इस सीट से पहली बार दो महिलाओं के बीच होगा चुनावी जंग, भाजपा-कांग्रेस में लड़ाई दिलचस्प
Haryana Vidhansabha Election 2024 हरियाणा में आज नामांकन का आखिरी दिन है। ऐसे में भाजपा-कांग्रेस और अन्य दल अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रहे हैं। साथ ही प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर रहे हैं। गुरुग्राम की पटौदी विधानसभी सीट पर पहली बार दो महिलाएं आमने-सामने होंगी। जिसके बाद माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव में कई सीटों पर दिलचस्प मुकाबला हो सकता है।
संवाद सहयोगी, जागरण।Haryaana Politics Hindi: पटौदी विधानसभा सीट पर दो महिलाओं के बीच टक्कर होगी। भाजपा (Haryana BJP) यहां पहले से ही पूर्व विधायक बिमला चौधरी को अपना उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। अब कांग्रेस ने भी पर्ल चौधरी को टिकट देकर चुनावी रण में उतार दिया है।
पर्ल चौधरी पूर्व विधायक स्व. भूपेंद्र चौधरी की बेटी हैं। पटौदी विधानसभा क्षेत्र से 1982 में कांग्रेस टिकट पर राव बीरेंद्र समर्थक मोहनलाल पीपल विजय हुए थे। उसके बाद 1987 1991, 1996 तथा वर्ष 2000 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को यहां हर का मुंह देखना पड़ा।
लगातार तीन चुनावों में कांग्रेस को मिली हार
वर्ष 2005 में कांग्रेस (Haryana Congress) टिकट पर भूपेंद्र चौधरी ने इस सीट से कामयाबी हासिल की तथा विधायक बने। उसके बाद 2009, 2014 तथा 2019 में कांग्रेस यहां से जीत नहीं पाई।
अब कांग्रेस ने फिर से पूर्व विधायक भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Chaudhary) की बेटी पर्ल चौधरी को कांग्रेस टिकट दिया है। पर्ल चौधरी पढ़ी लिखी हैं तथा सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता हैं। वे पिछले पांच वर्ष में पटौदी क्षेत्र में काफी सक्रिय रही हैं तथा क्षेत्र के मुद्दे उठाती रही हैं।
इस सीट से कांग्रेस नेता वा दो बार चुनाव लड़ चुके सुधीर वा कई अन्य नेताओं ने दावेदारी की थी। सुधीर चौधरी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के भाई के दामाद हैं। लोकसभा चुनाव में पर्ल चौधरी की सक्रियता देखकर पार्टी ने इन पर दांव लगाया है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है।
सोहना सीट पर रोहताष खटाना को उतारा
जिले में सोहना सीट से कांग्रेस ने रोहताष खटाना (Rohtash Khatana) को मैदान में उतारा है। यहां से कांग्रेस के प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरिदमन सिंह, सैलजा गुट से आने वाले कांग्रेस नेता कमलबीर के बेटे राजकमल और यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव कुलदीप गुर्जर ने दावेदारी कर रखी थी। इस सीट से हुड्डा और सैलजा दोनों गुट के सक्रिय होने से सीट पर पेंच फंसा हुआ था।