Karnal: 20 दिन में 40 जानवरों का जा चुकी जान, पशुपालन विभाग ने गांव में ही डाला डेरा; वैक्सीन लगा देते तो बच जाते बेजुबान
हरियाणा के करनाल के एक गांव में 20 दिन के अंदर लगभग 40 पशुओं की जानें जा चुकी है। अब तक इस बात का पता नहीं लगाया जा सका है कि ये मौते किस कारण से हो रही है। बात पशुपालकों की करें तो उनका कहना है कि यदि पशुपालन विभाग समय पर वैक्सीन लगा देता तो उनके पशुओं की मौते नहीं होती।
संवाद सहयोगी, बल्ला (करनाल)। जिले में बल्ला क्षेत्र के गांव मानपुर में अज्ञात बीमारी से बीस दिन में करीब 40 पशुओं की मौत हो चुकी है। इससे पशु पालक दहशत में हैं। चिंतित ग्रामीणों का कहना है कि यदि विभाग समय से पशुओं को खुरपका और गलघोटू की वैक्सीन लगवा देता तो पशुओं की मौत नहीं होती। वहीं पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र में पशुओं को लगातार टीके लगाए जा रहे हैं।
निमोनिया की चपेट में आने से कुछ पशुओं की मौत हुई है। जिन पशुओं में बीमारी के लक्षण हैं, उनका डॉक्टरों की टीम दिन-रात गांव में रहकर उपचार कर रही है।
मरने वालों में कम आयु के पशुओं की संख्या ज्यादा
अज्ञात बीमारी से मरने वालों में कम आयु के पशुओं की संख्या ज्यादा बताई जा रही है। वर्तमान में अनेक पशु बीमार अवस्था में हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि पशुपालन विभाग ने पशुओं में बीमारी आने के काफी समय बाद सुध ली। ऐसे में उन्हें पशुओं की मौत से आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि करीब एक माह पहले गांव में पशुपालक बलबीर सिंह की एक भैंस व एक भैंसे की मौत अज्ञात बीमारी से हुई।
इनके जानवरों की हुई मौत
इसके बाद पाले राम की दो भैंस, गुलाब सिंह का एक कटडा, कंवरपाल के दो छोटे कटड़े, राजेंद्र प्रधान की दुधारू भैंस, डेरी संचालक रविंद्र की एक गाय व छह कटड़े और कटड़ियां, रणबीर व सतबीर की एक-एक कटिया, रमेश की एक गाय, बलवान की एक गाय, रविंद्र की एक गाय, समय सिंह के दो छोटे कटड़े तथा अनिल के तीन मवेशी के बाद वीरवार को सुरेश का एक कटडा व शुक्रवार को जितेंद्र उर्फ धोरी की एक गाय की भी मौत हो गई है।
20 से 25 पशुओं की हालत गंभीर
ग्रामीण सुंदर, विकास, सुरेंद्र जोगिंद्र, दीपक, सतपाल, चतर सिंह, शमशेर, जयपाल और बलविंदर आदि ने बताया कि गांव में पशुपालन विभाग की टीम अवश्य आई हुई है। इसके बावजूद आए दिन एक-दो पशुओं की मौत हो रही है। अब भी गांव में 20 से 25 पशुओं की हालत गंभीर बनी है। वहीं पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. संजय आंतिल का दावा है कि गांव मानपुर में पशुओं में फैली बीमारी पर अब पूरी तरह नियंत्रण कर लिया गया है।
पशुओं की मौत के बाद झेलना पड़ सकता है आर्थिक नुकसान
पशु चिकित्सकों की टीम दिन-रात गांव में पशुओं का इलाज करने में जुटी है । शुक्रवार को उन्होंने स्वयं क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा करके स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पशु पालकों से पशुओं का बीमा करवाए जाने की अपील की, जिससे पशुओं की मौत के बाद उन्हें आर्थिक नुकसान न झेलना पड़े।