Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Haryana: नशे को लेकर आप प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने लगाए प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप, बताया- तस्करों को मिल रहा संरक्षण

हरियाणा में आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने नशे को लेकर सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी के राज में हरियाणा के युवा नशे की गिरफ्त में क्यों जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशे की लत के कारण युवा बेरोजगार हो रहे हैं। वहीं उन्होंने आत्महत्ता के लिए भी नशे को जिम्मेदार बताया।

By Anurag Aggarwa Edited By: Deepak SaxenaUpdated: Sun, 14 Jan 2024 08:41 PM (IST)
Hero Image
नशे को लेकर आप प्रदेश उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने लगाए प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी हरियाणा के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने प्रदेश में बढ़ते नशे के चलन के मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के राज में हरियाणा के युवा नशे की गिरफ्त में क्यों जा रहे हैं। सिरसा के नागरिक अस्पताल में तीन युवकों की नशे के कारण मौत होना प्रदेश के युवाओं के लिए घातक संकेत हैं। एक व्यक्ति नागरिक अस्पताल के सामने ग्रीन बेल्ट में मृत मिला। एक युवक और एक व्यक्ति शहर के अलग अलग जगहों पर मृत पाए गए।

प्रदेश में नशे के कारण बेरोजगार हो रहे युवा

प्रदेश में चिट्टे का नशा, इंजेक्शन का नशा, जहरीली शराब का नशा लगातार बढ़ रहा है। हालत यह हैं कि हरियाणा के हर गांव में एकांत जगह पर खाली सिरिंज मिल जाती हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बढ़ते नशे का मुख्य कारण युवाओं का बेरोजगार रहना है।

ये भी पढ़ें: Haryana: 30 जनवरी को होगी राज्य मंत्रिमंडल की अहम बैठक, बजट सत्र से लेकर तमाम मुद्दों पर होगी चर्चा

अनुराग ढांडा ने चंडीगढ़ में जारी एक बयान में कहा कि हरियाणा में जिस स्तर पर नशे का कारोबार पनप रहा है, वह बिना किसी राजनीतिक संरक्षण के मुमकिन नहीं है। सरकार चाहे तो प्रदेश में फैलते नशे पर रोक लगा सकती है, लेकिन अधिकारियों और नेताओं की सरपरस्ती में नशे का कारोबार चल रहा है।

2016 से 2023 तक नशे से हुई 500 से ज्यादा मौतें

उन्होंने कहा कि रिपोर्ट बताती है हरियाणा में नशे से 2016 से 2023 के दौरान 500 से ज्यादा मौतें हो हुई हैं, जबकि हरियाणा सरकार बताती है कि 39 ही मौतें हुई हैं। पिछले दिनों जहरीली शराब से यमुनानगर में ही 25 लोगों की मौत हो गई थी और इससे पहले पानीपत और सोनीपत में जहरीली शराब से लोगों की मौत हो चुकी हैं।

नशे के कारण बढ़ रही आत्महत्या करने की दर

अनुराग ढांडा ने कहा कि हरियाणा में नशे की वजह से आत्महत्या करने वालों की संख्या देश में सबसे ज्यादा है। सुसाइड रेट 2021 के मुकाबले 2.5% बढ़ा है। हर एक लाख लोगों में से 12.6 यानी 12 से 13 लोग नशे की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं। इसमें 61 फीसदी वे हैं जिनकी सालाना आमदनी एक लाख से भी कम है। इसमें वे भी शामिल हैं जो बेरोजगार हैं और कर्ज के तले दबे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में युवाओं का नशे की ओर बढ़ने का मुख्य कारण बेरोजगारी है। हरियाणा में 25 लाख युवा बेरोजगार हैं और नशा तस्करों को सरकारी संरक्षण है।

ये भी पढ़ें: Haryana: CGHS के तहत रोहतक और रेवाड़ी में खुले दो क्लीनिक, जानिए कौन-कौन उठा सकते हैं योजना का लाभ?