हरियाणवी संस्कृति रीति-रिवाजों और उपलब्धियों का डंका देशभर में बजेगा। हरियाणा का राज्य गीत अब बदलाव के साथ नए कलेवर में तैयार होगा। हरियाणवी लोकधुनों के साथ हिंदी शब्दावली में गीत को तैयार किया जाएगा। हरियाणा के तीन गीतों को राज्य गीत के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। राज्य गीत से न केवल गौरी नार शब्द को हटाया जाएगा बल्कि तीज-त्योहारों के साथ हर वर्ग का उल्लेख किया जाएगा।
सुधीर तंवर, चंडीगढ़। Haryana Rajya Geet:
हरियाणवी संस्कृति, रीति-रिवाजों और उपलब्धियों का डंका देशभर में बजेगा। हरियाणा का राज्य गीत अब बदलाव के साथ नए कलेवर में तैयार होगा। हरियाणवी लोकधुनों के साथ हिंदी शब्दावली में गीत को तैयार किया जाएगा।
हरियाणा में पहली बार बनाया जा रहा राज्य गीत
राज्य गीत से न केवल गौरी नार शब्द को हटाया जाएगा, बल्कि तीज-त्योहारों के साथ हर वर्ग का उल्लेख किया जाएगा।
हरियाणा में पहली बार राज्य गीत बनाया जा रहा है। इसे अंतिम रूप देने के लिए कोसली के भाजपा विधायक और राज्य गीत चुनने के लिए गठित चयन कमेटी के चेयरमैन लक्ष्मण यादव की अध्यक्षता में हुई पहली बैठक में राज्य गीत की त्रुटियों पर मंथन किया गया।
हरियाणवी धुनों पर आधारित होगा बैकग्राउंड म्यूजिक
साथ ही नए सुझावों के आधार पर गीत की रूपरेखा तैयार की गई। विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा गौरी नार शब्द पर आपत्ति जताने के बाद उसे हटा दिया गया है। इसके साथ ही गीत के शब्दों में संशोधन कर बैकग्राउंड म्यूजिक में भी बदलाव किया जाएगा। म्यूजिक की तर्ज हरियाणवी धुनों पर आधारित होगी, जिस पर आगामी बैठक में मंथन किया जाएगा।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राज्य गीत पर सहमति नहीं बन पाई थी।
14 प्रदेशों ने तैयार किया राज्यगीत
सत्र के दौरान बाकायदा तीन गीत सुनाए गए थे, लेकिन विधायकों ने शब्दावली व धुन पर आपत्ति जताते हुए कई त्रुटियां गिनाईं थी। लिहाजा गीत को अंतिम रूप देने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी। फिलहाल 14 प्रदेशों द्वारा अपने राज्य गीत तैयार किए गए हैं।
राज्य गीत में जुड़ेगी शौर्यगाथा और खेल-खिलाड़ी
राज्य गीत में हरियाणा की शौर्यगाथा को जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही उन उपलब्धियों को भी शामिल किया जाएगा, जिनका देश ही नहीं, बल्कि विश्वभर में हरियाणा का डंका बजता है। गीत में हरियाणा की बहादुरी, खेल व खिलाड़ी, हरित व दुग्ध क्रांति और विश्व में आटोमोबाइल में योगदान से लेकर हरियाणवी तीज-त्योहार और संस्कृति का उल्लेख किया जाएगा।
राज्य गीत चयन कमेटी के सदस्यों ने सुझाव दिए कि प्रत्येक जिले का उल्लेख किया जाए, लेकिन इस पर सहमति नहीं बन पाई।
राज्य गीत में बढ़ेगी एक और कली
राज्य गीत
चयन कमेटी के चेयरमैन लक्ष्मण यादव ने बताया कि पहले राज्य गीत तीन कली (पैराग्राफ) का था, लेकिन अब यह चार कली का होगा।
संशोधनों और उपलब्धियों को शामिल करने के बाद राज्य गीत में एक कली की बढ़ोतरी होगी।
विधानसभा में चुने गए तीन गीत
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राज्य गीत के लिए तीन गीतों का चयन किया गया था, जिनमें से एक गीत को अंतिम रूप देने के लिए कमेटी सदस्य
कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल और नीरज शर्मा तथा भाजपा विधायक विशंबर वाल्मीकि के साथ चर्चा हुई।
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आगामी बैठक में होगी चर्चा
चर्चा के दौरान समिति सदस्यों ने कई सुझाव दिए हैं। इन सभी सुझावों का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। आगामी बैठक में इन सुझावों पर चर्चा होगी। उसके बाद गीत का चयन किया जाएगा।
इन तीन गीतों में एक होगा राज्य गीत
1.
जय जय, जय हरियाणा, पावन धरती वेदों की
जहां हुआ हरि का आणा, जय-जय हरियाणा...
2.
जय वीर धरा, जय धीर धरा, जय नीर धरा हरियाणा
जय हरी धरा, जय वसुंधरा, जय हरित देश हरियाणा...
3.
जय हरियाणा, जय हरियाणा, जय हो तेरी हरियाणा
वेद पुराणों में वर्णित है तेरी गौरव गाथा,
ज्ञान की गंगा, सरस्वती का उद्गम तू कहलाता, जय हरियाणा...।
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