Anand Sharma : आनंद शर्मा के त्यागपत्र से सामने आई हिमाचल कांग्रेस की गुटबाजी, जानिए अब क्या असर पड़ेगा
Anand Sharma Resignation पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा के कांग्रेस की प्रदेश चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देने से पार्टी की गुटबाजी फिर जगजाहिर हो गई। विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को यह बड़ा झटका है।
शिमला, जागरण संवाददाता। Anand Sharma Resignation, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा के कांग्रेस की प्रदेश चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देने से पार्टी की गुटबाजी फिर जगजाहिर हो गई। विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को यह बड़ा झटका है। आनंद शर्मा भले ही प्रदेश में चुनावी राजनीति से सीधे तौर पर नहीं जुड़े रहे लेकिन कई सीटों पर उनके समर्थकों का प्रभाव माना जाता है।
आनंद शर्मा ने स्पष्ट किया है कि चुनाव के लिए गठित कमेटियों में सबसे महत्वपूर्ण कमेटी के वह अध्यक्ष हैं। महत्वपूर्ण बैठकों में उन्हें बुलाया तक नहीं जा रहा। विधानसभा चुनाव के लिए जुलाई में दिल्ली में केंद्रीय पर्यवेक्षकों की बैठक में उन्हें नहीं बुलाया गया था। सात अगस्त को शिमला में कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक हुई थी। केंद्रीय मुख्य पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, पर्यवेक्षक सचिन पायलट और प्रताप सिंह बाजवा ने बैठक की अध्यक्षता की थी। इस बैठक में भी उन्हें नहीं बुलाया गया था। उन्हें बैठकों से दूर रखना कांग्रेस की आंतरिक कलह को उजागर करता है। हालांकि कांग्रेस के लिए यह राहत की बात है कि आनंद शर्मा पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने की बात कह रहे हैैं।
जी-23 ग्रुप के सदस्य हैं आनंद
आनंद शर्मा उस जी-23 ग्रुप के ही सदस्य है, जिसके एक अन्य सदस्य गुलाम नबी आजाद ने भी नाराजगी जताते हुए पिछले दिनों अहम पद से त्यागपत्र दिया है।
बुधवार को शिमला पहुंचेंगे
आनंद शर्मा बुधवार को शिमला पहुंचेंगे। बताया जा रहा है कि त्यागपत्र देने के बाद उनके कई समर्थकों ने फोन पर बातचीत की। हालांकि कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है। बुधवार को वह अपने घर भराड़ी जाएंगे। यहां समर्थकों के साथ बैठक भी करेंगे।
बैकफुट पर आई कांग्रेस
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी प्रदेश कांग्रेस को आनंद शर्मा का त्यागपत्र बहुत बड़ा झटका है। आनंद शर्मा का राजनीति में बड़ा कद है। कांग्रेस अब तक एकजुटता का राग अलाप रही है, लेकिन दो विधायकों के जाने और अब आनंद शर्मा के त्यागपत्र से पार्टी बैकफुट पर आ गई है। इससे भाजपा को भी बड़ा मुद्दा मिल गया है। प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता त्यागपत्र पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं।