Trekker Missing in Avalanche: चौथे दिन पर्वतारोही का सुराग मिलने की बढ़ी आस, इस डिवाइस की मदद से ढूंढ रही टीम
Trekker Missing in Avalanche शनिवार सुबह फ्रेंडशिप पीक पर हिमस्खलन की चपेट में आए शिमला के पर्वतारोही आशुतोष को तलाशने का अभियान तेज हो गया है। उसकी तलाश के लिए एटीओएस की टीम ने 15 हजार फीट की ऊंचाई पर माइनस डिग्री तापमान में डेरा डाल दिया है।
By Virender KumarEdited By: Updated: Wed, 23 Nov 2022 10:55 AM (IST)
मनाली, जागरण संवाददाता। Trekker Missing in Avalanche, शनिवार सुबह फ्रेंडशिप पीक पर हिमस्खलन की चपेट में आए शिमला के पर्वतारोही आशुतोष को तलाशने का अभियान तेज हो गया है। उसकी तलाश के लिए एडवेंचर टूअर आपरेटर एसोसिएशन (एटीओएस) की टीम ने 15 हजार फीट की ऊंचाई पर माइनस डिग्री तापमान में डेरा डाल दिया है। टीम के पांच सदस्य लीडर जोगी सहित दीवान चंद, जोगिंदर पोल, संजू और योग राज ठाकुर ने फ्रेंडशिप पीक के समीप बेस कैंप बनाकर रात बिताई। सुबह उठते ही सभी सर्च अभियान में जुट गए हैं।
बता दें कि आशुतोष के दोस्तों ने उसी रात मनाली थाने में आशुतोष के हिमस्खलन की चपेट में आने की सूचना दी थी। तब से मनाली प्रशासन व पुलिस अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान व एडवेंचर टूअर आपरेटर एसोसिएशन के साथ मिलकर सर्च अभियान चलाए हुए हैं। मंगलवार को दोनों दिशाओं से सर्च अभियान चलाया गया था, लेकिन आशुतोष का कोई अता-पता नहीं चल पाया है।
रेको एवलांच रेस्क्यू डिवाइस की भी ली जा रही मदद
प्रशासन ने पर्वतारोही आशुतोष का पता लगाने के लिए ड्रोन का सहारा लिया था। जब ड्रोन काम नहीं आया तो हवाई रैकी भी की, लेकिन कोई सुराग नहीं लग पाया। अब एटीओएस की टीम रेको एवलांच रेस्क्यू डिवाइस का सहारा ले रही है। इस डिवाइस में छोटा सा चिप होता है जो 300 मीटर की दूरी तक सिग्नल पकड़ता है। बर्फ में दबे व्यक्ति के पास मोबाइल फोन हो तो मोबाइल फोन में पड़ी चिप को भी यह डिवाइस 50 मीटर की दूरी से पता लगाता है। एटीओएस के सचिव पिंटू ने बताया कि इस छोटे से डिवाइस की कीमत 20 से 22 लाख है। एसोसिएशन को यह भेंट स्वरूप मिला है। उन्होंने बताया कि उनकी टीम आशुतोष को खोजने के लिए इस डिवाइस का भी सहारा ले रही है। ड्रोन ओर हवाई रैकी से कोई मदद नहीं मिली, लेकिन इस डिवाइस से मदद मिलने की उम्मीद है।विधायक का साला है आशुतोष, पहुंचे मनाली
आशुतोष के स्वजन मनाली पहुंच चुके हैं। आशुतोष चौपाल के विधायक बलबीर सिंह वर्मा की पत्नी का भाई है। बलबीर सहित अन्य स्वजन मनाली में हैं और आशुतोष के सुरक्षित मिलने की दुआ कर रहे हैं। दिन अधिक बीत जाने के कारण आशुतोष के जिंदा रहने की उम्मीद कम हो गई है। एडवेंचर टूअर आपरेटर एसोसिएशन के सचिव पिंटू ने बताया कि आज दूसरी टीम पूरी तैयारी के साथ घटनास्थल की ओर रवाना हो गई है। यह टीम पहली टीम का सहारा बनेगी और सर्च अभियान में सहयोग करेगी।क्या कहते हैं अधिकारी
एसडीएम मनाली डा. सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि आशुतोष की तलाश के लिए यथासंभव प्रयास किए जा रहे हैं। रेरक्यू टीम ने 15000 फीट की ऊंचाई पर बेस कैंप बनाकर रात वहीं गुजारी। सुबह उठते ही टीम सर्च अभियान में जुट गई है। अटक बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान की टीम भी लगातार सर्च अभियान चलाए हुए है। उम्मीद है आज आशुतोष का कोई न कोई सुराग हाथ लगेगा।
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