Amarnath Yatra 2023: बाबा बर्फानी के भक्तों ने तोड़ा 11 साल का रिकॉर्ड, पौने चार लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
Amarnath Yatra 2023 श्रद्धालुओं की संख्या के पैमाने पर शुक्रवार को 11 वर्ष का अमरनाथ यात्रा का रिकार्ड टूट गया और पवित्र गुफा में दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या पौने चार लाख के पार हो गई। 014 में 3.70 लाख श्रद्धालुओं ने हिमलिंग स्वरूप भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए थे। अभी तक यात्रा मात्र 27 दिन की ही हुई है और यह 31 अगस्त को समाप्त होगी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। Amarnath Yatra 2023: अमरनाथ यात्रा मार्ग पर दिनभर वर्षा और मौसम की चुनौतियों के बावजूद भोले के भक्तों का जोश कम नहीं हा रहा। दो दिन से लगातार रह-रहकर बारिश के बावजूद श्रद्धालु भगवान अमरेश्वर के धाम मेंर्ग्शन के लिए पहुंचे रहे हैं। श्रद्धालुओं की संख्या के पैमाने पर शुक्रवार को 11 वर्ष का अमरनाथ यात्रा का रिकार्ड टूट गया और पवित्र गुफा में दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या पौने चार लाख के पार हो गई।
2014 में 3.70 लाख श्रद्धालुओं ने किए थे दर्शन
2014 में 3.70 लाख श्रद्धालुओं ने हिमलिंग स्वरूप भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए थे। अभी तक यात्रा मात्र 27 दिन की ही हुई है और यह 31 अगस्त को समाप्त होगी। सब कुछ सही रहा तो श्रद्धालुओं के जोश के समक्ष तमाम रिकार्ड ध्वस्त हो सकते हैं। वर्ष 2011 में 6.35 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे भे और अगले वर्ष 2012 में 6.20 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र हिमलिंग के दर्शन किए थे।
अमरनाथ यात्रा के दोनों मार्गों होती रही लगातार बारिश
शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के दोनों मार्गों पर दिनभर रुक-रुक कर वर्षा होती रही। बावजूद इसके श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए निरंतर अमरेश्वर धाम की ओर बढ़ते रहे। देर शाम तक 7500 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन कर लिए थे।
इससे पूर्व श्रद्धालुओ ने गुरुवार को पिछले वर्ष के रिकार्ड को पार कर लिया था। एक जुलाई से शुरू हुई बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए वीरवार शाम तक 3,69,288 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन कर लिए थे। पिछले साल पूरी यात्रा के दौरान 3,65,721 श्रद्धालु पवित्र गुफा में पहुंचे थे।
बारिश के कारण श्रद्धालुओं की संख्या दिखी कम
शुक्रवार सुबह बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा के लिए जम्मू में भगवती नगर यात्री निवास से श्रद्धालुओं का जत्था पहलगाम और बालटाल के लिए रवाना हुआ। यह अब तक का इस सीजन का सबसे यह छोटा जत्था है। लगातार वर्षा और पहाड़ों पर मौसम के खतरनाक तेवर को देखते हुए श्रद्धालुओं की संख्या में कुछ कमी देखी जा रही है और तत्काल पंजीकरण के लिए लगने वाली कतारें भी खत्म हो चुकी हैं।
शाम को दोनों जत्थे पहलगाम व बालटाल के आधार शिविरों में पहुंच गए। पहलगाम मार्ग के जरिए यात्रा करने के लिए रवाना हुए 1,402 श्रद्धालुओं में 1,128 पुरुष, 228 महिलाएं, 46 साधु शामिल रहे। वहीं, बालटाल मार्ग से गुफा के लिए रवाना हुए 753 श्रद्धालुओं में 532 पुरुष, 215 महिलाएं, छह साधु शामिल थे।
इस बार की 62 दिन की यात्रा
इस बार यात्रा को 62 दिन का किया गया है। अब भले ही जम्मू के भगवती नगर से यात्रा के लिए रवाना होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम हो गई हो, लेकिन सीधे पहलगाम व बालटाल पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में खास कमी नहीं आई है। अब तक विदेशों के भी कई श्रद्धालु पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं।