Jammu: गणित के लेक्चरर बिलाल की सोलर कार को मिला पेटेंट, लग्जरी वाहनों का कर रही मुकाबला; खासियतों से भरपूर
कश्मीर में एक निजी कॉलेज में गणित के लेक्चरर बिलाल अहमद की सोलर कार पेटेंट हो गई। अब वह अपनी कार को और अधिक सस्ती और टिकाऊ बनाने में जुट गए हैं। उन्होंने 26 जुलाई को पेटेंट प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के मौसम को ध्यान में रखते हुए ऐसी सोलर कार तैयार करना चाहता था जो कम समय में पर्याप्त ऊर्जा तैयार करे।
By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Tue, 22 Aug 2023 09:24 AM (IST)
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में एक निजी कॉलेज में गणित के लेक्चरर बिलाल अहमद (lecturer Bilal) की सोलर कार (solar car) पेटेंट हो गई। अब वह अपनी कार को और अधिक सस्ती और टिकाऊ बनाने में जुट गए हैं। उन्होंने 26 जुलाई को पेटेंट प्राप्त किया है। लालचौक से छह किलोमीटर दूर संतनगर के बिलाल वर्ष 2021 में उस समय चर्चा में आए थे,जब वह अपनी सोलर कार लेकर श्रीनगर की सड़क पर निकले थे। उन्होंने वर्ष 2009 में लग्जरी सोलर कार बनाने का मिशन शुरू किया था। उनके डिजाइन और तकनीक की प्रशंसा आनंद महिंद्रा भी कर चुके हैं।
साव 2021 में तैयार हो गई थी कार
लग्जरी कार बनाने वाली डीएमसी कंपनी के संस्थावक डेलोरियन को अपना आदर्श बताने वाले बिलाल ने सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि सौर पैनल तैयार करने वाली कंपनियों और इंजीनियरों से बातचीत की। कश्मीर के मौसम को ध्यान में रखते हुए ऐसी सोलर कार तैयार करना चाहता था जो कम समय में पर्याप्त ऊर्जा तैयार करे। वर्ष 2021 में कार तैयार हो गई। कार में लगाए गए सोलर पैनल कम से कम जगह में काम करते हैं।
कार की यह खासियत
जो तकनीक इस्तेमाल की है, उसके मुताबिक सौर पैनल सूर्य की दिशा में स्थिति बदल सकते हैं। इसके अलावा कार पर लगे सौर पैनल कोई चुरा न सके, इसलिए कार में ऐसी व्यवस्था की है कि एक बटन दबाने पर वह बाहर आएंगे और दूसरा बटन दबाने पर अंदर की तरफ चले जाएंगे।सोलर अंब्रेला तकनीक के साथ पैनल लगाए जा सकते हैं। कम से कम जगह में ज्यादा से ज्यादा पैनल इस्तेमाल किए गए हैं। कार में इस्तेमाल की ब्रेकिंग प्रणाली ऊर्जा पैदा करती है। यह किसी का कार का प्रोटोटाइप नहीं है। कार में लेड एसिड बैटरी का इस्तेमाल किया है। इसमें लिथियम बैटरी भी इस्तेमाल की जा सकती है।
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