राजौरी विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 41 हाई स्कूल जवाहर नगर को दिव्यांग कर्मचारियों के हवाले कर दिया गया है। दिव्यांग कर्मी पूरी चुनावी प्रक्रिया को संपन्न करवाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक पीडब्ल्यूडी मतदान केंद्र व एक-एक पिंक मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। पिंक मतदान केंद्रों में महिला कर्मी नियुक्त हैं और पूरी चुनावी प्रक्रिया को महिला कर्मी ही संपन्न करवाएंगी।
गगन कोहली,
राजौरी। जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण का मतदान आज होना है। चुनाव को लेकर सभी तैयारियां कर ली गई
हैं। आज जम्मू-कश्मीर की कुल 239 सीटों पर वोटिंग होगी। इस चुनाव में खास बात है कि इस बार पोलिंग बूथ पर दिव्यांग कर्मचारी मोर्चा संभालेंगे।
पहले के चुनावों में सरकारी कर्मचारी दिव्यांग मतदाताओं को व्हील चेयर पर या फिर पकड़ कर मतदान केंद्र तक लाते थे, ताकि वे अपने मत का उपयोग कर सकें, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में राजौरी विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र नंबर 41 हाई स्कूल जवाहर नगर को दिव्यांग कर्मचारियों के हवाले कर दिया गया है।
दिव्यांग कर्मी पूरी चुनावी प्रक्रिया को संपन्न करवाएंगे। दिव्यांग कर्मचारियों की टीम ईवीएम के साथ मतदान केंद्र नंबर 41 पर पहुंच चुकी है और सुबह का इंतजार कर रही है कि कब मतदान का समय आए और हम चुनावी प्रक्रिया को शुरू करें।
हर विधानसभा क्षेत्र में एक एक पीडब्ल्यूडी मतदान केंद्र व एक-एक पिंक मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।
पिंक मतदान केंद्रों में महिला कर्मी नियुक्त हैं और पूरी चुनावी प्रक्रिया को महिला कर्मी ही संपन्न करवाएंगी। जबकि पीडब्ल्यूडी मतदान केंद्रों में दिव्यांग कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है, जो चुनावी प्रक्रिया को संपन्न करवाएंगे।
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'कोई भी ऐसा कार्य नहीं जो दिव्यांग न कर सकें'
लेकिन इस बार दिव्याग कर्मचारियों ने अपनी इच्छा से इस कार्य को चुना है, ताकि आम लोगों को यह पता चल सके कि दिव्यांग किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। कोई भी ऐसा कार्य नहीं है जो दिव्यांग न कर सकें।
मतदान केंद्र में मतदान करवाने के लिए आए दिव्यांग कर्मचारियों में से एक पी थ्री अधिकारी तिलक शर्मा ने कहा कि मैं पेशे से अध्यापक हूं और मैं व्हील चेयर के बिना चल-फिर नहीं सकता।
मेरे कमर से नीचे का हिस्सा सही ढंग से काम नहीं करता है। इस बार प्रशासन द्वारा पूछा गया कि कोई दिव्यांग कर्मचारी चुनावी प्रक्रिया में शामिल हो सकता है तो हमने अपनी इच्छा से हां कर दी।
'दिव्यांग किसी पर बोझ नहीं'
किसी ने इसके लिए कोई जबरदस्ती नहीं की। उन्होंने कहा कि लोगों को यही लगता है कि दिव्यांग एक बोझ है और वह कोई भी कार्य नहीं कर सकता, लेकिन अब जब मतदाता हमारे विशेष मतदान केंद्र में आएंगे, जिसमें सभी दिव्यांग कर्मचारी उन्हें कार्य करते हुए नजर आएंगे।
उन्होंने कहा कि इससे सभी दिव्यांगों का मनोबल बढ़ा है और हर व्यक्ति को यह अहसास होगा कि दिव्यांग किसी पर बोझ नहीं हैं। वह हर कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे मतदान केंद्र पर हर प्रकार की सुविधा मौजूद रहेगी। जो भी दिव्यांग मतदाता हमारे केंद्र में मतदान करने के लिए आएंगे, उनके लिए व्हील चेयर भी है।
हमारे दिव्यांग कर्मी ही उन्हें मतदान केंद्र के अंदर तक लाएंगे। पहली बार इस तरह का मतदान केंद्र तैयार किया गया है, जिसे पीडब्लयूडी विशेष मतदान केंद्र का नाम रखा गया है।
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