बम-पिस्ताैल से कम खतरनाक नहीं इस गिरोह के हथियार, चलती ट्रेन में अपराध को देते अंजाम Dhanbad News
गिरोह कालूबथान स्टेशन से गोमो-आसनसोल पैसेंजर पर सवार होते थे। ट्रेन पर चढ़ते ही अपना शिकार ढूंढऩा शुरू कर देते थे। फिर एक-एक कर उसके पास आकर बैठ जाते थे।
धनबाद, जेएनएन। वे पैसेंजर टे्रन में सवार होते थे। ट्रेन के चलते ही सक्रिय हो जाते थे। जैसे ही अगला स्टेशन आनेवाला हो, यात्री की आंखों में अपना हथियार झोंककर मोबाइल और कीमती सामान लेकर उतर भागते थे। गिरोह के तीन सदस्यों को रेल पुलिस ने दबोच लिया है। उनकी निशानदेही पर लूटे गए सामान और चार महंगे मोबाइल भी बरामद किए गए हैं।
11 अगस्त को आसनसोल के यात्री को बनाया शिकार : गिरोह कालूबथान स्टेशन से गोमो-आसनसोल पैसेंजर पर सवार होते थे। ट्रेन पर चढ़ते ही अपना शिकार ढूंढऩा शुरू कर देते थे। फिर एक-एक कर उसके पास आकर बैठ जाते थे। जैसे ही अगला स्टेशन थापरनगर आनेवाला हो, यात्री की आंख में मिर्ची पाउडर झोंक कर सामान लेकर उतर जाते थे। कालूबथान से थानरनगर पर बाइक सवार उनके संपर्क में रहता था। उनके उतरते ही साथ बिठाकर भाग निकलता था। 11 अगस्त को बोकारो से कैटरिंग का काम कर लौट रहे आसनसोल निवासी शेट्टी सिंह को उन्होंने निशाना बनाया। उनका दो मोबाइल, सोने की चेन और पांच हजार लूट लिया। भुक्तभोगी ने मामले की शिकायत आसनसोल रेल थाने में की थी।
मोबाइल नंबर ट्रेस कर रेल पुलिस ने बिछाया जाल : शेट्टी के मोबाइल नंबर को ट्रेस कर रेल पुलिस ने जाल बिछाया। डेली पैसेंजर से मिलकर सिविल दस्ते ने कई दिनोंं तक हुलिया बताकर जानकारी इकट्ठा की। इसी आधार पर ङ्क्षरकू अंसारी व लक्ष्मण साव को टे्रन में ही दबोच लिया गया। उनकी निशानदेही पर उनके सहयोगी विकास साव को निरसा से गिरफ्तार किया गया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
- सद्दाम उर्फ रिंकू, पिता रफीक मियां, बैजना कोलियरी
- लक्ष्मण साव, पिता गणेश साव, भलजोरिया निरसा
- विकास साव, पिता त्रिवेणी साव, न्यू भमाल विद्यासागर
छापेमारी में शामिल पुलिस टीम
संजीव कुमार बेसरा डीएसपी वन, हरिनारायण सिंह इंस्पेक्टर धनबाद, सुरेश राम प्रभारी कुमारधुबी, दिलीप कुमार सिंह कुमारधुबी, अजय कुमार धनबाद, राम स्वरुप राम व मणिकांत कुमारधुबी, मुकुंद मुरारी व घनश्याम पंडित धनबाद।
काफी दिनों बाद नये तरह से टे्रन में अपराध करने वाले गिरोह की सूचना मिली थी। विशेष टीम का गठन कर तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। अपराधियों ने संलिप्तता स्वीकार ली है। लूट गए सामान भी बरामद कर लिए गए हैं।
-दीपक कुमार सिन्हा, रेल पुलिस अधीक्षक