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Bangladesh Violence: बांग्लादेश में हिंसा को लेकर झारखंड-बंगाल सीमा पर बढ़ी चौकसी, थानेदारों को मिला नया निर्देश

बांग्लादेश में भड़की हिंसा को लेकर झारखंड-बंगाल सीमा पर चौकसी बढ़ गई है। पुलिस अब पहले से अधिक सतर्क हो गई है। पुलिस संदिग्धों पर कड़ी नजर रख रही है। चेकपोस्ट पर बंगाल से आने वाले सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है। बता दें कि बांग्लादेश में हिंसा को देखते हुए कई लोग भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं जिन्हें रोका जा रहा है।

By Rohit Kumar Edited By: Mukul Kumar Updated: Thu, 08 Aug 2024 08:43 PM (IST)
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झारखंड-बंगाल सीमा पर स्थित चांदपुर चेकपोस्ट। फोटो- जागरण

गणेश पांडेय, पाकुड़। पाकुड़ जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर बांग्लादेश में हिंसा के बाद स्थानीय पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। थानेदारों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। वहीं, झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर भी विशेष चौकसी बरती जा रही है। पश्चिम बंगाल से झारखंड आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है।

संदिग्धों पर पुलिस की पैनी नजर है। बता दें कि पाकुड़ जिले के चांदपुर बोर्डर से ही पश्चिम बंगाल सीमा शुरू हो जाती है। बंगाल में पड़ने वाला चांदपुर मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान अंतर्गत आता है। धुलियान गंगा पार करने के बाद बांग्लादेश की सीमा प्रारंभ हो जाती है।

जानकार कहते हैं कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि वर्तमान हालात के मद्देनजर बांग्लादेशी नाव के सहारे गंगा पार कर पश्चिम बंगाल में शरण लें। ऐसे में इसका असर झारखंड पर भी पड़ सकता है।

यही कारण है कि पुलिस विशेष रूप से सतर्क है। हालांकि अभी तक ऐसी कोई सूचना नहीं है। सुरक्षा एजेंसियां भी हाई अलर्ट पर हैं। अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र के सिंगारसी स्थित एयरबेस को भी अलर्ट कर दिया गया है।

चांदपुर व सोनारपाड़ा बोर्डर पर बढ़ी निगरानी

झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर स्थित चांदपुर चेकपोस्ट, महेशपुर थाना क्षेत्र के सोनारपाड़ा चेकपोस्ट पर निगरानी बढ़ा दी गई है। सोनारपाड़ा चेकपोस्ट के बाद पश्चिम बंगाल शुरू हो जाता है। इन चेक पोस्टों पर संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस लगातार सीमाई इलाके में गश्ती कर रही है।

व्यापार पर पड़ रहा असर

साहिबगंज व पाकुड़ जिले का स्टोन चिप्स ट्रकों के माध्यम से पश्चिम बंगाल के फरक्का, मालदा, कालियाचक सहित अन्य स्थानों पर ले जाया जाता था। यहां से स्टोन चिप्स बांग्लादेश भेजा जाता था।

बांग्लादेश में उपद्रव के कारण कारोबार प्रभावित हुआ है। कपड़ा व्यापारियों का कहना है कि बांग्लादेश से अधिकतर रेडिमेड कपड़े आते थे। हिंसा के कारण आयात-निर्यात बंद होने के कारण रेडीमेड कपड़ा व्यापार पर काफी असर पड़ा है।

बांग्लादेश में हिंसा के बाद पुलिस को अलर्ट किया गया है। सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस पूरी तरह से सतर्क है।-प्रभात कुमार, पुलिस अधीक्षक, पाकुड़

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