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Atal Bihari Vajpayee: इस तरह से झारखंड बना था अलग राज्‍य, अटल बिहारी वाजपेयी ने जनता से किया था वादा...

Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्‍यतिथि है। अटल बिहारी वाजपेयी का झारखंड से एक खास रिश्‍ता रहा है। उन्‍हीं के प्रयासों के परिणामस्‍वरूप झारखंड राज्‍य का गठन हुआ था। उन्‍होंने जनता से इसके लिए वादा किया था। अपने जीवनकाल में वह कई दफा झारखंड के दौरे पर आए और हर बार उनकी सभा में लोगों की भीड़ उमड़ती थी।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 16 Aug 2023 10:30 AM (IST)
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अटल बिहारी वाजपेयी का झारखंड से था गहरा नाता।

जासं, रांची। Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary:आज पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्‍न अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्‍यतिथि है। आइए इस अवसर पर उनसे जुड़े एक किस्‍से को याद करते हैं। क्‍या आपको पता है कि झारखंड से उनका गहरा नाता रहा है और यह उन्‍हीं का प्रयास था कि एक नए राज्‍य के रूप में झारखंड का गठन किया।  

सरकार बनने के बाद भी नहीं भूले जनता से किया अपना वादा

बात दरअसल 1999 की है। उस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी चुनावी सभाओं को संबोधित करने झारखंड पहुंचे थे। इन सभाओं में उन्‍होंने दो टूक कहा था आप मेरी सरकार बनवाएं मैं आपको अलग राज्य का तोहफा दूंगा। जनता को उनकी बातें भा गईं।

बस और क्‍या था केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार बन गई। इसके बाद उन्‍होंने भी लोगों से किया हुआ अपना वादा निभाया और नवंबर, 2000 को अटल बिहारी वाजपेयी ने जनता को अलग राज्य का तोहफा दे दिया। यह पहली दफा थी जब झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी और बाबूलाल मरांडी इस राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने, जो इस वक्‍त पार्टी के प्रदेश अध्‍यक्ष हैं।

लालू प्रसाद यादव ने किया था बिहार के बंटवारे का विरोध

एक वक्‍त था जब झारखंड के बंटवारे को लेकर बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने कहा था कि बिहार का बंटवारा उनकी लाश पर होगा। हालांकि, वाजपेयी की सरकार में आखिरकार बिहार का बंटवारा हो ही गया। लालू प्रसाद यादव का विरोध यहां कोई काम नहीं आया। अटल बिहारी वाजपेयी अटल प्रतिज्ञा ने इस नए राज्य की बुनियाद रख दी।

पुण्‍यतिथि पर दिग्‍गजों ने किया स्‍मरण

आज उनकी पुण्‍यतिथि पर झारखंड के तमाम दिग्‍गजों ने उन्‍हें नमन किया। बाबूलाल मरांडी ने उन्‍हें सादर नमन करते हुए मां भारती के सच्‍चे सपूत कहा है। 

लक्ष्य हुआ आँखों से ओझल

वर्त्तमान के मोहजाल में

आने वाला कल न भुलाएँ।

आओ फिर से दिया जलाएँ।

भारतीय जनता पार्टी के पितृ पुरुष, मां भारती के सच्चे सपूत व हमारे पथ प्रदर्शक पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर उन्हें… pic.twitter.com/IexcGq12Q0— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 16, 2023

भाजपा के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍यमंत्री रघुवर दास ने उन्‍हें विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि उनके विचार और के विचार और सिद्धांत सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे।

प्रदेश अध्‍यक्ष दीपक प्रकाश ने उनके साथ वाली अपनी एक तस्‍वीर को साझा करते हुए उन्‍हें नमक किया है और कहा है कि उन्‍होंने भारत माता के लिए अपना सर्वस्‍य न्‍यौछावर कर दिया है।

प्रदेश के मुखिया मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी उनकी पुण्‍यतिथि पर उन्‍हें याद करते हुए शत-शत नमन किया है।

कई बार झारखंड के दौरे पर आए

अटल बिहारी वाजपेयी अपने जीवन काल में कई दफा झारखंड के दौरे पर आए। जब भी किसी चुनावी सभा को संबोधित करने वह झारखंड पहुंचते थे, तो वहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता। लोग भाषण देने की उनकी शैली के कायल थे। आज भी लोगों के जेहन में उनकी कही गई कई सारी बातें ताजा हैं। 

राज्‍य में बिखरी हैं कई सारी यादें

झारखंड के कई जिलों में अटल बिहारी वाजपेयी की यादें जुड़ी हुई हैं। धनबाद में उनकी एक आदमकद प्रतिमा स्‍थापित है। राजधानी रांची में उनकी याद में अटल मार्केट बनाया गया है। यहां भी उनकी प्रतिमा मौजूद है। सरायकेला खरसावां जिले के आदित्यपुर इलाके में एक अटल पार्क मौजूद है। इसके अलावा, झारखंड के कई और भी जिलों में अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर कई अन्य चीजें बनाई गई हैं।