Jharkhand, Aman Sahu: गैंगस्टर अमन साहू के लिए कौन करता थ्रेट काल? एटीएस ने कर ली आवाज की पहचान
Jharkhand Gangster Aman Sahu पलामू के मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में बंद झारखंड पुलिस के लिए सिरदर्द बना गैंगस्टर अमन साहू से एटीएस की एक टीम ने पूछताछ की। पूछा कि अधिकारियों और व्यवसायियों को धमकी की देने वाला कौन है? यह किसकी आवाज है और कहां से बोल रहा है?
मेदिनीनगर (पलामू), [मृत्युंजय पाठक]। Jharkhand Gangster Aman Sahu झारखंड पुलिस के लिए सिरदर्द बना गैंगस्टर अमन साहू के गुर्गों तक पहुंचने के लिए एटीएस लिंक तलाश रही है। इसके लिए एटीएस की एक टीम ने मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में आकर साव से पूछताछ की है। पूछताछ और जांच में यह तथ्य सामने आया है कि गिरिडीह के जेल अधीक्षक, मेदिनीनगर के जेल अधीक्षक और जमशेदपुर जेल के अधिकारियों को धमकी देने और रंगदारी के लिए कई व्यवसायियों-ठेकेदारों को धमकाने वाले शख्स की आवाज एक ही है। इस आवाज का टोन यूपी के मेरठ साइड का है। हालांकि अमन सिंह ने पूछताछ में कुछ और ही बताया है।
झारखंड के 12 जिलों में एटीएस ने की थी छापेमारी
पिछले दिनों राजधानी रांची के एक कारोबारी से रंगदारी मांगी गई थी। इसके बाद एटीएस ने पलामू समेत राज्य के 12 जिलों में अमन साव से जुड़े लिंक की तलाशाी के लिए छापेमारी की थी। पलामू में भी कई ठिकानों पर छापेमारी हुई और कुछ लोगों से पूछताछ की गई। इसके बाद एटीएस ने रांची के साथ ही चतरा जिले के एक मामले को लेकर पलामू पहुंचकर मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में बंद अमन साहू से पूछताछ की है।
अमन साहू ने एटीएस को किया गुमराह
मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में बंद अमन साहू से पूछताछ के दौरान मेदिनीनगर समेत विभिन्न जेलों के अधिकारियों और व्यवसायियों को धमकी की आवाज अमन साहू को सुनाई गई। पूछा गया- यह कौन है और कहां से धमकी दे रहा है? अमन साव ने बताया कि धमकी देने वाला कनाडा में रहता है। हालांकि एटीएस का मानना है कि अमन झूठ बोल रहा है। वह गुमराह कर रहा है।
पूछताछ में एटीएस को मिली कई अहम जानकारी
सूत्रों ने बताया कि पूछताछ तीन दिन पहले हुई। इस दौरान मेदिनीनगर सेंट्रल जेल के अधीक्षक समेत विभिन्न लोगों को धमकी देने के मामले में आवाज एक ही शख्स की है। आवाज का टोन यूपी के मेरठ साइड का है। फेक काल एप का इस्तेमाल कर अमन साहू का गुर्गा फोन और वाट्सएप काल के माध्यम से धमकी देता है और रंगदारी का डिमांड करता है। इस एप का इस्तेमाल करने से मोबाइल नंबर पकड़ में नहीं आता है। पूछताछ के दौरान एटीएस को कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। इस आधार पर अमन के गुर्गों के खिलाफ जल्द ही नए सिरे से अभियान चलेगा।