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रेलवे पर राज समेत 11 रेफरल अस्पतालों का करोड़ों का बकाया, इलाज बंद करने की चेतावनी

रांची रेल मंडल के अस्पताल के रेफरल अस्पतालों का रेलवे पर करोड़ो रुपये का बकाया है।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 16 Mar 2021 06:30 AM (IST)
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रेलवे पर राज समेत 11 रेफरल अस्पतालों का करोड़ों का बकाया, इलाज बंद करने की चेतावनी

जागरण संवाददाता, रांची : रांची रेल मंडल के अस्पताल के रेफरल अस्पतालों का रेलवे पर करोड़ो रुपये का बकाया है। इस पर राज अस्पताल समेत सभी अस्पतालों ने मंडल अस्पताल के अधिकारियों को पत्र भेज कर रकम की मांग की है। राज हास्पिटल ने तो चेतावनी तक दे दी है कि अगर उनकी बकाये की रकम जल्द नहीं मिली तो रेलकर्मियों का इलाज करना बंद कर देंगे। राज अस्पताल की सबसे ज्यादा तीन करोड़ रुपये की रकम रेलवे पर बकाया है। रेल कर्मियों का आरोप है कि इन अस्पतालों में से कई ने रेल कर्मियों का इलाज करना बंद कर दिया है।

रांची रेल मंडल के कर्मचारियों के इलाज के लिए मंडल अस्पताल के 11 रेफरल अस्पताल हैं। इन रेफरल अस्पतालों को कई महीनों से पैसा नहीं दिया गया है। आर्किड अस्पताल का रेलवे पर एक करोड़ रुपये से अधिक, गुरुनानक अस्पताल का 70 लाख रुपये से अधिक व मेडिका का भी रेलवे पर तकरीबन 40 लाख रुपये का बकाया है। इसी तरह का अन्य अस्पतालों का भी बकाया है। अस्पताल के मालिकों ने कई बार रेलवे को पत्र लिखा है, मगर कोई जवाब नहीं दिया गया है। इस वजह से अस्पतालों ने रेलवे से कह दिया है कि अगर उनकी रकम नहीं मिली तो वो रेलवे के कर्मचारियों का इलाज करना बंद कर देंगे। इससे रेल कर्मियों में नाराजगी है। घटती जा रही हैं सुविधाएं

कोरोना महामारी के आने पर लगे लाकडाउन के दौरान जिन रेल कर्मियों ने जी तोड़ मेहनत कर रेलवे के मुनाफे को बरकरार रखा अब उनकी कई सुविधाओं में कटौती की जा रही है। रेलवे ने रेलकर्मियों के यात्रा पास में श्रेणी की सुविधा घटा दी है। इसे लेकर रेलकर्मियों में नाराजगी है।

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यात्रा पास की घटाई गई श्रेणी

रेलकर्मियों को रेलवे यात्रा पास मुहैया कराती थी। इसमें पद के अनुसार ट्रेन में यात्रा करने के लिए स्लीपर से लेकर फ‌र्स्ट एसी तक की यात्रा करने की सुविधा दी जाती है। लॉकडाउन के दौरान रेलवे ने इस सुविधा में कटौती कर दी है। जिन अधिकारियों व कर्मचारियों को फ‌र्स्ट एसी में सफर करने की सुविधा थी, उसमें कटौती कर उन्हें सेकेंड एसी में कर दिया। इसी तरह सेकेंड एसी वाले को थर्ड एसी में और थर्ड एसी वाले को स्लीपर में यात्रा की सुविधा दी गई।

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रेलकर्मियों ने कोरोना काल में जान जोखिम में डाल कर काम किया। इसी वजह से रेलवे को माल ढुलाई में पिछले साल की तुलना में अधिक मुनाफा मिला। इसके बाद भी रेल कर्मियों की सुविधाओं में कटौती समझ से परे है। सरकार सुविधाएं बहाल करे।

नित्यालाल कुमार, उप मंडल संयोजक रेलवे मेंस कांग्रेस