Chaibasa: रूंगटा माइंस ने जीती टाटिबा-बरायबुरू लौह अयस्क खदान, सबसे बड़ी बोली लगाकर अपने नाम किया ब्लॉक
पश्चिमी सिंहभूम जिले में अवस्थित टाटिबा-बरायबुरु लौह एवं मैंगनीज अयस्क ब्लॉक को रूंगटा माइंस लिमिटेड ने अपने नाम कर लिया है। मेसर्स रूंगटा माइंस लिमिटेड ने 122 प्रतिशत प्रीमियम की सबसे बड़ी बोली लगाकर इस खदान को इलेक्ट्रानिक नीलामी में जीत लिया है। लौह एवं मैंगनीज अयस्क ब्लॉक के खनन पट्टा देने के लिए शुक्रवार को इलेक्ट्रानिक नीलामी आयोजित की थी।
सुधीर पांडेय, चाईबासा: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में अवस्थित टाटिबा-बरायबुरु लौह एवं मैंगनीज अयस्क ब्लॉक को रूंगटा माइंस लिमिटेड ने अपने नाम कर लिया है।
मेसर्स रूंगटा माइंस लिमिटेड ने 122 प्रतिशत प्रीमियम की सबसे बड़ी बोली लगाकर इस खदान को इलेक्ट्रानिक नीलामी में जीत लिया है।
राज्य सरकार ने पश्चिमी सिंहभूम जिले के नोवामुंडी क्षेत्र में स्थित लौह एवं मैंगनीज अयस्क ब्लॉक के खनन पट्टा देने के लिए शुक्रवार को इलेक्ट्रानिक नीलामी आयोजित की थी।
इसमें रुंगटा स्टील, मेसर्स श्याम मिनमेट प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स एमएसपीएल लिमिटेड, जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड और मेसर्स आर्सेलर मित्तल निपान स्टील इंडिया लिमिटेड ने बोलीदाता के तौर पर भाग लिया।
पसंदीदा बोलीदाता किया घोषित
सरकार के खान एवं भूविज्ञान निदेशालय ने 18 अगस्त 2023 को एक नोटिस जारी कर कहा कि मेसर्स रूंगटा माइंस लिमिटेड को टाटिबा-बरायबुरु लौह एवं मैंगनीज अयस्क ब्लॉक की इलेक्ट्रॉनिक नीलामी में ‘पसंदीदा बोलीदाता’ घोषित किया गया है।
कंपनी ने सबसे अधिक 122 प्रतिशत की अंतिम बोली लगाई। झारखंड में पहली बार रूंगटा माइंस ने इलेक्ट्रानिक बोली में शामिल होकर किसी लौह अयस्क ब्लाक को जीता है। मालूम हो कि ये खदान पूर्व में आदित्य बिरला ग्रुप की रामेश्वर जूट मिल के अधीन थी।
258.98 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला है अयस्क ब्लॉक
टाटिबा-बरायबुरू लौह व मैंगनीज अयस्क ब्लॉक 258.98 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला है। खान एवं भूतत्व विभाग की रिपोर्ट के अनुसार अनुमानित लौह अयस्क संसाधन लगभग 77.8 और मैंगनीज अयस्क 3.613 मिलियन टन है।
यहां बता दें कि जिन लौह अयस्क खदानों की लीज अवधि मार्च 2020 में समाप्त हो गयी थी, उन्हें अब ई-नीलामी के जरिये खोलने की पहल सरकार की ओर से की जा रही है।
इस क्रम में मेरेलगड़ा लौह अयस्क ब्लाक की पिछले दिनों सफल नीलामी की गयी थी। अब दूसरी निजी खदान के तौर पर टाटिबा-बरायबुरू को सफलता पूर्वक ई-नीलामी के जरिये आवंटित किया गया है। लगातार दूसरी बार लौह अयस्क ब्लॉक की सफल नीलामी कर सरकार ने बड़ी राहत की सांस ली है।