Maharashtra EVM Controversy: कौन हैं शिवसेना सांसद रवींद्र वायकर, जिसपर शिंदे गुट और उद्धव गुट में मचा है घमासान
शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि मुंबई उत्तर-पश्चिम की सीट से हाल ही में लोकसभा चुनाव जीते रवींद्र वायकर को शपथ लेने से रोका जाना चाहिए क्योंकि उनकी जीत संदेहास्पद है। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार रवींद्र वायकर की सिर्फ 48 मतों से जीत हुई है।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि मुंबई उत्तर-पश्चिम की सीट से हाल ही में लोकसभा चुनाव जीते रवींद्र वायकर को शपथ लेने से रोका जाना चाहिए, क्योंकि उनकी जीत संदेहास्पद है। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है।
मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से शिवसेना शिंदे गुट के उम्मीदवार रवींद्र वायकर की सिर्फ 48 मतों से जीत हुई है। शिवसेना (यूबीटी) उनकी यह जीत स्वीकार करने को तैयार नहीं है। चुनाव परिणाम आने के बाद से ही वह गोरेगांव के मतगणना केंद्र पर गड़बड़ी होने का आरोप लगा रही है। मतगणना केंद्र के अंदर रवींद्र वायकर के एक रिश्तेदार द्वारा मोबाइल फोन के उपयोग को लेकर क्षेत्र के वनराई पुलिस थाने में रविवार को प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
इस संदर्भ में संजय राउत का कहना है कि सही लोकतंत्र तभी दर्शाया जा सकता है, जब इस मामले की जांच पूरी होने तक रवींद्र वायकर को सांसद पद की शपथ लेने से रोक दिया जाए। हालांकि रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में संबंधित मतगणना केंद्र की रिटर्निंग आफिसर वंदना सूर्यवंशी ने साफ कर दिया है कि किसी भी ईवीएम का किसी मोबाइल फोन से कोई संबंध नहीं होता। ईवीएम एक स्टैंड अलोन मशीन होती है। इसे खोलने के लिए किसी ओटीपी की जरूरत नहीं पड़ती। इसके बावजूद शिवसेना (यूबीटी) के नेता इस मामले को तूल दे रहे हैं।
इस पार्टी के युवा नेता आदित्य ठाकरे ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर जीत हमारे हाथ से छीन ली गई। ठाकरे के अनुसार, उनकी पार्टी मुंबई उत्तर-पश्चिम के चुनाव परिणाम को अदालत में चुनौती देगी। आदित्य ठाकरे की ही बात को आगे बढ़ाते हुए उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य सरकार के पूर्व मंत्री अनिल परब ने कहा है कि घोषित चुनाव परिणाम संदिग्ध हैं। हम कानूनी सलाह ले रहे हैं। पार्टी इस चुनाव परिणाम को एक दो दिन में ही अदालत में चुनौती देगी।
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