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G20: 15 देशों के प्रमुखों के साथ होगी पीएम मोदी की बैठक, आर्थिक और रणनीतिक हितों को होगी वरीयता

प्रधानमंत्री मोदी की कुछ नेताओं के साथ रात्रिभोज के दौरान संक्षिप्त मुलाकात (पुल साइड) भी होगी। इन सभी बैठकों में रणनीतिक और आर्थिक संबंधों पर फोकस रहेगा। यह पहला मौका है जब नई दिल्ली में एक साथ वैश्विक नेताओं का इतना बड़ा जमावड़ा लगा है। भारत सरकार की पूरी कोशिश है कि इन देशों के साथ द्विपक्षीय रिश्तों के ताने-बाने पर ठोस विमर्श हो।

By Jagran NewsEdited By: Amit SinghUpdated: Fri, 08 Sep 2023 09:25 PM (IST)
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प्रधानमंत्री मोदी की कुछ नेताओं के साथ रात्रिभोज के दौरान संक्षिप्त मुलाकात भी होगी।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: शुक्रवार शाम को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ के साथ द्विपक्षीय बैठकों के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक दर्जन और वैश्विक नेताओं के साथ अगले 24 घंटों के दौरान मुलाकात होने जा रही है। इनमें जर्मनी के चांसलर ओलाफ शुल्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और इटली की प्रधानमंत्री जोर्जिया मेलोनी जैसे नाम शामिल हैं।

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आर्थिक संबंधों पर फोकस रहेगा

प्रधानमंत्री मोदी की कुछ नेताओं के साथ रात्रिभोज के दौरान संक्षिप्त मुलाकात (पुल साइड) भी होगी। इन सभी बैठकों में रणनीतिक और आर्थिक संबंधों पर फोकस रहेगा। यह पहला मौका है जब नई दिल्ली में एक साथ वैश्विक नेताओं का इतना बड़ा जमावड़ा लगा है। भारत सरकार की पूरी कोशिश है कि इन देशों के साथ द्विपक्षीय रिश्तों के ताने-बाने पर ठोस विमर्श हो। प्रधानमंत्री की शनिवार को जर्मनी के चासंलर के साथ ही ब्रिटेन, इटली और जापान के प्रधानमंत्रियों के साथ बैठक हो जाएगी।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक के साथ प्रधानमंत्री मोदी की बैठक में मुक्त व्यापार समझौते और ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थकों का मुद्दा काफी अहम रहेगा। भारत आने से पहले सुनक ने खालिस्तान समर्थक संगठनों की गतिविधियों को लेकर तो कड़ा रुख दिखाया है, लेकिन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर उन्होंने कुछ ऐसी बातें कहीं हैं जिससे पता चलता है कि दोनों देशों के बीच इस बारे में चल रही बातचीत की राह में कई तरह की दिक्कतें हैं।

मैक्रों के साथ दोपहर के भोजन पर बातचीत होगी

मोदी की शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ दोपहर के भोजन पर बातचीत होगी। इसमें अन्य विषयों के साथ रक्षा संबंधों की समीक्षा होगी। प्रधानमंत्री मोदी की कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ होने वाली मुलाकात को लेकर भी काफी उत्सुकता है। कनाडा सरकार जिस तरह से खालिस्तान समर्थकों को कई बार समर्थन देती है और उनकी भारत विरोधी गतिविधियों को रोकने में असफल रही है, उसे निश्चित तौर पर उठाया जाएगा।

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किशिदा के साथ बैठक में हिंद-प्रशांत क्षेत्र का मुद्दा केंद्र में रहेगा। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायेद के साथ प्रधानमंत्री मोदी की होने वाली मुलाकात दो महीनों के भीतर दोनों नेताओं के बीच दूसरी मुलाकात होगी। हाल ही में मोदी यूएई की यात्रा पर गए थे। तुर्किये के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के साथ मोदी की मुलाकात को भी अहम माना जा रहा है।

भारत और तुर्किये के रिश्ते खराब

तुर्किये के राष्ट्रपति ने हाल के वर्षों में कई बार भारत विरोधी बयान दिए हैं और पाकिस्तान का समर्थन किया है। इस वजह से भारत और तुर्किये के रिश्ते खराब हो गए हैं। लेकिन हाल में फिर से चुनाव जीत कर वापस आए एर्दोगन ने अपनी वैश्विक नीति में बदलाव के संकेत दिए हैं। देखना होगा कि वह इस बार भारतीय प्रधानमंत्री को क्या संदेश देते हैं। शुक्रवार को जो सूचना मिली है उसके मुताबिक मोदी की द्विपक्षीय बैठक नाइजीरिया, यूरोपीय संघ और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपतियों से भी होने वाली है।