Vande Bharat: लोगों को पसंद आ रहा वंदे भारत एक्सप्रेस का सफर, मुंबई-गांधीनगर रूट पर ऑक्यूपेंसी दर सबसे अधिक
विभिन्न रूटों पर चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को खूब पसंद किया जा रहा है। इस वित्त वर्ष में बिलासपुर और नागपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में सबसे कम ऑक्यूपेंसी थी। वहीं मुंबई और गांधीनगर रूट पर सबसे अधिक यात्रियों ने इसकी सवारी की। File Photo
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Wed, 15 Feb 2023 07:17 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। देशभर में विभिन्न रूटों पर चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को खूब पसंद किया जा रहा है। इस वित्त वर्ष (2022-23) में बिलासपुर और नागपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में सबसे कम ऑक्यूपेंसी थी। वहीं, मुंबई और गांधीनगर रूट पर सबसे अधिक यात्रियों ने इसकी सवारी की। बता दें कि यह आंकड़ा जनवरी तक का है, जिसमें देश में चलने वाली 8 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं।
मुंबई-गांधीनगर रूट पर सबसे अधिक ऑक्यूपेंसी रेट
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेस में 55 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी रेट थी, जबकि मुंबई-गांधीनगर रूट पर सबसे अधिक 126 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी रेट दिखाई गई है। इसका मतलब है कि मुंबई-गांधीनगर रूट पर यात्रियों की लंबी लाइन थी। बिलासपुर और नागपुर, नई दिल्ली और अंब अंदौरा (हिमाचल प्रदेश) और चेन्नई सेंट्रल (एमएएस) और मैसूर जंक्शन के बीच वंदे भारत ट्रेनों ने चालू वित्त वर्ष के दौरान क्रमशः 55 प्रतिशत, 70 प्रतिशत और 75 प्रतिशत की औसत ऑक्यूपेंसी दर्ज की, जबकि अन्य पांच मार्गों पर ऑक्यूपेंसी रेट 100 प्रतिशत औसत रहा।
मुंबई और गांधीनगर के बीच सबसे अधिक यात्री
बता दें कि मुंबई और गांधीनगर व गांधीनगर से मुंबई के बीच दोनों रूटों पर वंदे भारत एक्सप्रेस को सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है। इन दोनों रूटों पर औसत ऑक्यूपेंसी रेट से अधिक यात्रियों ने यात्रा की है। मुंबई और गांधीनगर के रूट पर 126.24 प्रतिशत और गांधीनगर और मुंबई रूट पर 127.74 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी रेट दर्ज की गई।नई दिल्ली और वाराणसी के बीच हुई थी शुरुआत
इस दौरान, सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम रूट पर 125.76 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी रेट दर्ज की गई। आपको बता दें कि देश में सबसे पहली बार नई दिल्ली और वाराणसी के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत हुई थी, जिस रूट पर 125.76 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी रेट दर्ज की गई। जानकारी के अनुसार, 100 फीसदी से अधिक ऑक्यूपेंसी वाली ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट वाले यात्री भी शामिल थे।