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Indian Railways: इस रेललाइन में विस्टाडोम कोच के साथ दौ़ड़ेगी पर्यटक ट्रेन, जानें क्या होगी खासियत

खूबसूरत घाटियों और हरी भरी वादियों से भरपूर आंध्रप्रदेश ओडिशा और छत्तीसगढ़ के बस्तर से होकर गुजरने वाली किरंदुल-कोत्तावालसा रेल लाइन में विस्टाडोम कोच के साथ पर्यटक ट्रेन दौड़ाने की तैयारी चल रही है। इस रेललाइन पर देश का पहला विस्टाडोम कोच अप्रैल 2017 में दौड़ाया गया था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Thu, 01 Jul 2021 09:22 PM (IST)
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इस रेललाइन पर देश का पहला विस्टाडोम कोच अप्रैल 2017 में दौड़ाया गया था।

विनोद सिंह, जगदलपुर। खूबसूरत घाटियों और हरी भरी वादियों से भरपूर आंध्रप्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के बस्तर से होकर गुजरने वाली किरंदुल-कोत्तावालसा रेल लाइन में विस्टाडोम कोच के साथ पर्यटक ट्रेन दौड़ाने की तैयारी चल रही है। 463 किलोमीटर लंबी इस रेललाइन पर देश का पहला विस्टाडोम कोच अप्रैल 2017 में दौड़ाया गया था। कोरोना संक्रमण के कारण विस्टाडोम कोच बनाने में देरी हुई है। कोच का निर्माण चेन्नई स्थित कोच फैक्ट्री में चल रहा है।अगले साल फरवरी तक वाल्टेयर रेलमंडल को पांच कोच उपलब्ध कराने की सूचना रेलमंत्रालय ने दी है। उसके बाद पांच डिब्बों की पर्यटक ट्रेन विशाखापट्नम से अरकू तक चलाने की योजना है।

रेल में सफर खूबसूरत वादियों से कराएगा पर्यटकों को दीदार

बस्तर में इसी रेललाइन से होकर पूर्वोत्तर भारत से काफी पर्यटक आते हैं। विस्टाडोम कोच पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया गया है। 180 डिग्री पर घुमने वाली कुर्सियां, पारदर्शी छत, बड़ी खि़ड़कियां और रेललाइन के खूबसूरत नजारे पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। वाई-फाई युक्त पैसेंजर इनफार्मेशन सिस्टम, आटोमेटिक और बड़े स्लाइडिंग दरवाजे सफर को सुखद बनाएंगे। एक कोच में 44 कुर्सियां होंगी। अरकू-विशाखापट्टनम के बाद देश का दूसरा विस्टाडोम कोच पिछले सप्ताह मुंबई-पुणे मार्ग पर डेक्कन एक्सप्रेस से जोड़ा गया है।

56 सुरंगों से गुजरेगी ट्रेन

किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन में ओडिशा और आंध्रपदेश में अनंतगिरी घाट का 189 किलोमीटर का क्षेत्र काफी खूबसूरत है। यहां 56 सुरंग रेलपथ से होकर रेल गुजरती हैं। सर्पीली घाटियां, नदी, झरने प्राकृतिक वादियां रेललाइन में पर्यटकों को सफर के लिए आकर्षित करती हैं।

इसी रेललाइन पर उतारा गया था देश का पहला विस्टाडोम कोच

इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत पहला विस्टाडोम कोच को इसी रेललाइन पर किरंदुल-विशाखापट्टनम पैसेंजर ट्रेन के साथ जो़ड़कर 16 अप्रैल 2017 को विशाखापट्नम-अरकू के बीच दौ़ड़ाया गया था। कोरोना के कारण ट्रेनें बंद होने से 22 मई से विस्टाडोम कोच भी खड़ा कर दिया गया है। वाल्टेयर रेलमंडल को अगले साल पांच विस्टाडोम कोच मिलने वाले हैं। रेलवे की योजना इस रेललाइन पर आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम-अरकू के बीच पांच कोच की पर्यटन ट्रेन चलानें की है, जबकि एक कोच पैसेंजर ट्रेन से जो़ड़कर जगदलपुर से अरकू के बीच चलाया जाएगा।

वाल्टेयर रेलमंडल को मिलेंगे अगले साल पांच कोच

चार साल पहले वाल्टेयर रेलमंडल की तत्कालीन प्रबंधक चंद्रलेखा मुखर्जी ने जगदलपुर दौरे पर 11 सितंबर 2016 को रेलवे द्वारा किरंदुल- कोत्तावालसा रेललाइन में विस्टाडोम कोच के साथ पर्यटक ट्रेन चलानें की योजना की जानकारी दी थी। इसी सिलसिले में 26 जून को वाल्टेयर रेलमंडल के प्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव ने भी यहां का दौरा कर तीरथगढ़, कोटमसर आदि पर्यटन स्थलों का अवलोकन किया है।

वाल्टेयर रेलमंडल के जनसंपर्क अधिकारी जयराम बिरलंगी ने कहा कि वाल्टेयर रेलमंडल के लिए पांच विस्टाडोम कोच की मांग की गई हैं। अगले साल कोच मिल जाने की पूरी संभावना है। कोच मिलने के बाद केके रेललाइन पर विस्टाडोम कोच के साथ पर्यटक ट्रेन चलानें की योजना है।