अगले वर्ष होने वाली जी 20 बैठक का लोगो, थीम व वेबसाइट पीएम मोदी ने किया लांच, कहा- बड़ा अवसर है G-20 की अगुवाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की G20 अध्यक्षता के लोगो और वेबसाइट लांच करते हुए कहा कि इस Logo और थीम के जरिए हमने एक संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि मैं भारत की जी20 अध्यक्षता के ऐतिहासिक अवसर पर देशवासियों को बधाई देता हूं।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Tue, 08 Nov 2022 08:32 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत की अगुवाई में दुनिया के सबसे संपन्न 20 देशों के समूह (G-20) की अगले वर्ष होने वाली बैठक का लोगो, थीम और वेबसाइट मंगलवार को पीएम नरेन्द्र मोदी ने जारी किया। पीएम मोदी ने देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर इस आयोजन को देश के लिए एक बहुत बड़ा अवसर बताया और कहा कि यह 130 करोड़ भारतीयों की शक्ति व सामर्थ्य का प्रतीक है।
पीएम ने सभी सरकारों व लोगों के योगदान को सराहा
पीएम ने आजादी के बाद देश के विकास में सभी सरकारों व लोगों के योगदान को सराहा और कहा कि भविष्य की राह हमें और ज्यादा ऊर्जा के साथ पूरी करनी है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में जी20 की बैठक तब हो रही है, जब पूरी दुनिया में अनिश्चितता व संकट का माहौल है। सदियों में एक बार होने वाली महामारी से दुनिया अभी उबर रही है और कई तरह के संकट व आर्थिक अनिश्चितता भी कायम है।
भारतीय संस्कृति को दुनिया से परिचय कराने का समय
पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत की जिम्मेदारी है कि वह अपनी हजारों साल की संस्कृति की बौद्धिकता व आधुनिकता से दुनिया को परिचित कराये। भारत की यात्रा हजारों वर्षों की है जिसमें उसने वैभव भी देखा है और सदियों की गुलामी भी देखी है। जी-20 की बैठक एक अवसर है जहां हम भारत की परंपरा व ज्ञान को एक साथ दुनिया को दिखा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष बाली (इंडोनेशिया) में होने वाली G-20 शिखर बैठक में वह हिस्सा लेंगे। भारत को G-20 का नेतृत्व एक दिसंबर, 2022 से मिलेगा।पीएम ने लांच किया G-20 का लोगो व वेबसाइट
सरकार ने जो थीम सोमवार को सार्वजनिक किया है उसके केंद्र में खिलते हुए कमल में विश्व को दिखाया गया है। पीएम मोदी ने इसके बारे में कहा कि “यह लोगो मौजूदा विश्व में उम्मीद को दिखाता है। चाहे हालात कितने भी खराब हो, कमल जरूर खिलता है। अभी दुनिया में कई समस्याएं हैं लेकिन हम उन्नति करेंगे और दुनिया को एक बेहतर जगह बनाएंगे। भारतीय संस्कृति में ज्ञान व संपन्नता की देवी कमल पर ही विचरण करती हैं। आज दुनिया को इसी चीज की जरूरत है। यही वजह है कि लोगो में दुनिया को कमल के बीच में दिखाया गया है।