चेन्नई की श्रेया एक दिन के लिए बनीं ब्रिटिश उच्चायुक्त, अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर मिला अवसर
चेन्नई की श्रेया धर्मराजन ( Shreya Dharmarajan) एक दिन के लिए भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त बनीं। उन्हें यह अवसर अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस को लेकर मिला। ब्रिटिश उच्चायोग अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर एक दिन के लिए एक लड़की को यह अवसर देता है। इसी के तहत 21 वर्षीय श्रेया धर्मराजन को एक राजनयिक के जीवन को समझने का मौका मिला।
एएनआई, नई दिल्ली। चेन्नई की श्रेया धर्मराजन एक दिन के लिए भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त बनीं। उन्हें यह अवसर अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस को लेकर मिला। ब्रिटिश उच्चायोग अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर एक दिन के लिए एक लड़की को यह अवसर देता है।
एक दिन के लिए ब्रिटिश उच्चायुक्त बनीं श्रेया
इसी के तहत 21 वर्षीय श्रेया धर्मराजन को एक राजनयिक के जीवन को समझने का मौका मिला। उन्होंने यह जाना कि पर्दे के पीछे एक राजनयिक का जीवन कैसा होता है।
श्रेया धर्मराजन को 180 लड़कियों में से चुना गया था, क्योंकि इसके लिए पूरे देश से 180 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, श्रेया ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। फिलहाल वह एक फेलोशिप के तहत मुंबई के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाती है।
श्रेया ने अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा,
भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त के रूप में एक दिन बिताना अविश्वसनीय है। इससे काफी कुछ सीखने को मिला है और यह संतुष्टिदायक अनुभव है। मुझे व्यापक स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में महिला नेतृत्व के प्रेरक उदाहरणों के साथ बातचीत करने और उनसे सीखने का अवसर मिला। मैं काफी भाग्यशाली था कि मैं सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में भारत के प्रयासों के बारे में जीवंत चर्चा का हिस्सा बन सका।
श्रेया को उच्चायुक्त बनाने पर क्या बोला ब्रिटिश उच्चायोग
भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा कि श्रेया को एक दिन के लिए उच्चायुक्त के रूप में देखना काफी शानदार था। उन्होंने कहा कि जब हमारे समाज में महिलाएं ऊपर उठती हैं, तो हम सभी ऊपर उठते हैं।