Ethics Committee: विपक्ष में रहते हुए महुआ मोइत्रा की सांसदी खत्म करने के पक्ष में किया वोट, पढ़ें कौन हैं कांग्रेस सांसद परणीत कौर?
Ethics Committee Report कैश फॉर क्वेरी मामले में एथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता खत्म करने की सिफारिश की है। एथिक्स कमेटी में छह-चार से इस मामले पर फैसला लिया गया। अब इसे लोकसभा अध्यक्ष के पास भेजा जाएगा। माना जा रहा है कि शीतकालीन सत्र के दौरान महुआ मोइत्रा को लेकर प्रस्ताव आ सकता है।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Thu, 09 Nov 2023 07:30 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोप में लोकसभा की आचार समिति ने तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा की सदस्यता निरस्त करने की सिफारिश की है। छह-चार के बहुमत से समिति में स्वीकार्य किये गए रिपोर्ट को आगे की कार्रवाई के लिए लोकसभा अध्यक्ष के पास भेजा जाएगा।
चार दिसंबर को आ सकता सदन में प्रस्ताव
माना जा रहा है कि शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन संभवत: 4 दिसंबर को इस बाबत सदन में प्रस्ताव आएगा और मोईत्रा की सदस्यता रद की जाएगी। इसके पहले 2005 में पैसे के लेकर प्रश्न पूछने के आरोप में 11 सांसदों की सदस्यता जा चुकी है। पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोप जितने गंभीर हैं, कार्रवाई की अनुशंसा भी उसी तेजी से आई।
500 पन्नों की रिपोर्ट की गई पेश
भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे की औपचारिक शिकायत के 25 दिनों के अंदर समिति ने सिफारिश दे दी। कई दौर की बैठक हो चुकी थी जिसमें सभी संबंधित पक्षों को अपनी बात रखने का मौका दिया। लगभग 500 पन्नों की रिपोर्ट में उन सभी के बयान को शामिल किया गया है।यह भी पढ़ेंः Cash for Query: क्या लोकसभा से निष्कासित होंगी महुआ मोइत्रा? सांसद का लॉगइन UAE से 47 बार किया गया एक्सेस
गृह और विदेश मंत्रालय की जांच रिपोर्ट भी शामिल
गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय की जांच के रिपोर्ट भी शामिल किए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि पैसे लेकर मोईत्रा ने न संसद और देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया। गुरुवार को जब यह रिपोर्ट समिति के पास रखी गई तो विभाजन स्पष्ट दिखा।कांग्रेस सांसद ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ किया वोट
विपक्षी दलों के चार सांसदों ने असहमति में वोट दिया और कांग्रेस सदस्य परणीत कौर ने मोईत्रा की सदस्यता रद करने के पक्ष में। हालांकि फिलहाल वह कांग्रेस से निलंबित हैं।
(फोटो- कांग्रेस सांसद परणीत कौर)समिति के कुछ सदस्य व्यक्तिगत कारणों से समिति की बैठक में उपस्थित नहीं हो पाए थे, जिसमें भाजपा के तीन सदस्य थे। गुरुवार को बैठक महज 20 मिनट में खत्म हो गई। आगामी शीतकालीन सत्र में इसे सदन में पेश किया जाएगा।