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Vasundhara Raje: वसुंधरा ने नए CM भजनलाल के सिर पर हाथ रखकर दिया आशीर्वाद, दीया कुमारी ने छुए राजे के पैर; देखें Video

वसुंधरा सीएम पद की सबसे प्रबल दावेदार थी। लेकिन पार्टी नेतृत्व ने पहली बार विधायक बने भजनलाल को सीएम बनाकर नए चेहरे को मौका देने का संदेश दिया है। सभी नेताओं ने आपस में हंसी-मजाक भी किया। दीया कुमारी ने पैर छूए तो वसुंधरा ने उन्हे भी आर्शीवाद दिया। दरअसल पिछले कुछ सालों से वसुंधरा और दीया के बीच नाराजगी है।

By Jagran NewsEdited By: Praveen Prasad SinghUpdated: Fri, 15 Dec 2023 10:04 PM (IST)
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भाजपा ने पहली बार विधायक बने भजनलाल को सीएम बनाकर नए चेहरे को मौका देने का संदेश दिया है।

नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। Vasundhara Raje राजस्थान में भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को एकजुटता का संदेश दिया। नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) और दोनों उप मुख्यमंत्रियों दीया कुमारी (Diya Kumari) व प्रेमचंद बैरवा (Prem Chand Bairwa) शपथ ग्रहण करने के बाद शासन सचिवालय में कार्यभार ग्रहण करने पहुंचे। भजनलाल को कार्यभार ग्रहण करवाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी सहित सभी वरिष्ठ नेता एक साथ शासन सचिवालय पहुंचे। वसुंधरा व शेखावत ने भजनलाल को कुर्सी पर बिठाया और फिर मिठाई खिलाई।

वसुंधरा ने भजनलाल के सिर पर हाथ रखकर आर्शीवाद दिया। इसके बाद भजनलाल ने वसुंधरा को मिठाई खिलाई। वहीं पूर्व प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ व दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा ने इस पर ताली बजाई।

मुख्यमंत्री पद के सभी दावेदारों के भजनलाल को कार्यभार ग्रहण करवाने पहुंचने का मकसद एकजुटता का संदेश देना था। सूत्रों के अनुसार पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने सीएम के सभी दावेदार नेताओं को भजनलाल को कार्यभार ग्रहण करवाने के लिए पहुंचने के निर्देश दिए थे। इनमें वसुंधरा का पहुंचना महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

सीएम पद की प्रबल दावेदार थीं वसुंधरा

वसुंधरा सीएम पद की सबसे प्रबल दावेदार थी। लेकिन पार्टी नेतृत्व ने पहली बार विधायक बने भजनलाल को सीएम बनाकर नए चेहरे को मौका देने का संदेश दिया है। सभी नेताओं ने आपस में हंसी-मजाक भी किया। दीया कुमारी ने पैर छूए तो वसुंधरा ने उन्हे भी आर्शीवाद दिया। दरअसल, पिछले कुछ सालों से वसुंधरा और दीया के बीच नाराजगी है।

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गुटबाजी थामना बड़ी चुनौती

पहले संगठनात्मक फैसलों और फिर टिकट वितरण से लेकर सीएम के चयन तक प्रदेश भाजपा के नेताओं में काफी खींचतान चल रही थी। गुटबाजी इस हद तक हावी थी कि कुछ नेताओं के बीच आपस में बातचीत भी बंद थी। सीएम के फैसले के बाद वसुंधरा भी कुछ नाराज थी, हालांकि उन्होंने अपनी नाराजगी सार्वजनिक नहीं की थी। ऐसे में राष्ट्रीय नेतृत्व ने गुटबाजी खत्म करवाने की कोशिश की। आपस में नेताओं में बातचीत शुरू करवाई। शुक्रवार को सीएम पद के सभी दिग्गज नेताओं का एक साथ भजनाल के कार्यभार संभालने के मौके पर मौजूद रहना राष्ट्रीय नेतृत्व की रणनीति का हिस्सा है।उधर मुख्यमंत्री कार्यालय में टी रविकांत को सीएम का प्रमुख सचिव, आनंदी को सचिव और सौम्या झा को संयुक्त सचिव बनाया गया है। तीनों की नियुक्तियां अस्थायी तौर पर की हैं, तीनों अपने मौजूदा पदों पर भी काम करते रहेंगे।

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मीणा और जाट समाज में नाराजगी

किरोड़ी लाल मीणा को उप मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने से मीणा समाज में नाराजगी है। सीएम और उप मुख्यमंत्री के नाम का केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जिस दिन ऐलान किया था,उस दिन मीणा समाज के लोगों ने किरोड़ी लाल के समर्थन में नारेबाजी की थी। शुक्रवार को भी मीणा समाज के लोगों ने नारेबाजी की। वहीं जाट समाज के किसी भी नेता को उप मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने पर जाट विधायकों ने नेतृत्व के समक्ष अपनी बात रखी है। जाट समाज नाराज बताया जा रहा है।

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